लखीसराय. प्रतिष्ठित बालिका विद्यापीठ में शनिवार को संस्थान के पूर्व सचिव डॉ शरदचंद्र की पुण्यतिथि श्रद्धाभाव से मनायी गयी. मौके पर उनकी आत्मा की शांति के लिए एक शोकसभा का आयोजन किया गया. इस दौरान दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. इसके बाद सभा की शुरुआत की गयी. मंच संचालन तनु कुमारी ने किया. ‘रघुपति राघव राजा राम’ जैसे प्रार्थना के बोल भी सभा में भारी कंठों से गाया गया. मौके पर शरद बाबू के चित्र पर प्राचार्य कविता सिंह के द्वारा माल्यार्पण करने के बाद सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के द्वारा भी पुष्प अर्पण किया गया. इस दौरान विद्यालय के वरीय शिक्षक श्याम उदय सिंह ने डॉ शरदचंद्र के सानिध्य में बिताये गये क्षणों को याद किया एवं गणेश कुमार ने उनके शांत और मृदुल स्वभाव को याद कर उन्हें सुयोग्य संचालक बताया. शिक्षिका रूचि कुमार ने चिट्ठी न कोई संदेश गाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. मौके पर कक्षा नवम की छात्रा राजनंदिनी ने उनके आकस्मिक निधन को बालिका विद्यापीठ के लिए अपूरणीय क्षति बतायी, तो आरती आनंद ने उन्हें विद्यापीठ की विभूति बतायी. रजनी प्रिया ने अंग्रेजी में अपना मंतव्य देते हुए उन्हें श्रेष्ठ मृदुभाषी शिक्षा विदन बतायी और कक्षा नवम के छात्र अमर ने उन्हें बहुमुखी प्रतिभा के धनी कालजई व्यक्तित्व के रूप में उन्हें याद किया. कक्षा अष्ठम के उत्कर्ष राज ने नारी सशक्तिकरण के अग्रदूत के रूप में उन्हें मिल का पत्थर बताया. सभा के अंत में प्राचार्या कविता सिंह ने उनके जीवन को सभी के लिए प्रेरणास्रोत बताया और कहा कि जिनके पदचिह्नों पर चलकर हम सब शिक्षक एवं छात्र इस विद्यालय के गौरव को बरकरार रख पायेंगे. विद्यापीठ के मानद मंत्री सुगंधा शर्मा ने उनके सपनों को साकार करने का संदेश दिया. जिससे उनके विचार इस संस्था में फलीभूत हो सके और विद्यापीठ अपनी अलग श्रेष्ठ पहचान बनाने में सफल हो सके.
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