लखीसराय.
नो एंट्री के बाबजूद शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बिना रोक-टोक के जारी है. इससे शहर में जाम की स्थिति पैदा होती है. जो राहगीर व लोगों की परेशानियों का करण बन रहा है. शहर के विद्यापीठ चौक, पुल के नीचे व जमुई मोड़ के समीप शहर में बडे वाहन प्रवेश न हो, इसके लिए पुलिस की ड्यूटी भी लगी है, लेकिन बड़े वाहन के चालक पुलिस को कैसे चकमा देने में सफल हो जाते हैं, यह एक बड़ा सवाल खड़ा कर देता है. ऐसे तो शहर में स्कूल बस, राशन वाहन एवं अन्य इमरजेंसी वाहनों की इंट्री पर एक समय भी तय कर दिया गया है, फिर भी सदर प्रखंड के अनाज गोदाम में अनाज का ट्रक जब जी चाहे प्रवेश कर जाता है. दो माह पूर्व ही नयी बाजार पोस्ट ऑफिस के समीप एक युवक की मौत नो एंट्री के बाद भी बड़े वाहन उसके बाइक में इतनी जोरदार टक्कर मारी कि युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. युवक थाना चौक निवासी एक फल दुकानदार का पुत्र था और उसकी शादी घटना के दो-तीन माह पूर्व हो हुई थी लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस पर एक्शन लेना जरूरी नहीं समझा. बताया जा रहा है कि जिले के एक अधिकारी जब बड़े वाहन पर शहर में रोक के लिए एक्शन लिया तो उसे एक कद्दावर मंत्री से खोरी खोटी भी सुननी पड़ी थी. तबसे जिला प्रशासन पदाधिकारी शहर में भारी वाहन के प्रवेश पर किसी तरह की कार्रवाई में जान-बूझकर कोताही बरतने लगे है. इस संबंध में डीटीओ मुकुल पंकज मणि का कहना है कि बड़े वाहन के प्रवेश के लिए समय निश्चित किया गया है. उन्हें जब इस तरह की शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है