मुखिया व वार्ड सदस्य पुत्र हत्याकांड. पटना जिला के मनेर से शूटर मो सैफ को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, चार शूटरों में दो की हो चुकी है गिरफ्तारी
17 जून की रात अपराधियों ने गोली कर मुखिया चंदन व वार्ड सदस्य प्रतिनिधि चंदन की कर दी थी हत्यालखीसराय.
जिले के पिपरिया थाना क्षेत्र के वलीपुर गांव में हुई वलीपुर पंचायत के मुखिया चंदन सिंह उर्फ डोमू व वार्ड सदस्य के पुत्र चंदन कुमार की हत्या मामले में रविवार को एसटीएफ व जिला पुलिस ने पटना के मनेर से मुख्य शूटर को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार शूटर मनेर थाना क्षेत्र के काजी मुहल्ला निवासी मो मोइन कुरैशी के पुत्र मो सैफ कुरैशी है. सोमवार को एसडीपीओ शिवम कुमार ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि घटना के लिए चार शूटरों को हायर किया गया था. जिन्हें बेउर जेल में बंद राजवीर नाम के बंदी ने हायर किया था. उन्होंने बताया कि घटना की सारी साजिश लखीसराय में ही रची गयी थी, लेकिन शूटरों को बेउर जेल में बंद राजवीर ने हायर किया था. जिसमें मुख्य शूटर सैफ ही था. उन्होंने बताया कि फिलहाल गिरफ्तार मो सैफ को जेल भेजा जा रहा है. बाद में न्यायालय से इसे रिमांड पर लेकर आगे की कार्रवाई की जायेगी. एसडीपीओ ने बताया कि अन्य दो शूटरों व घटना में शामिल साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि घटना के लिए कुल पांच लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी, जिनमें से पूर्व में गिरफ्तार शूटर के पास से एक लाख 53 हजार रुपये की बरामदगी की गयी थी. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से घटना में शामिल शूटरों द्वारा अपनी लोकेशन राज्य से बाहर बार बार बदला जा रहा था. उन्होंने बताया कि शूटर सैफ की गिरफ्तारी के बाद उसका सत्यापन जिस होटल में ठहराया गया था, वहां से भी किया गया है. मो सैफ का पूर्व में आपराधिक रिकार्ड रहा है, जिसकी जांच की जा रही है.मृतक की पत्नी ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी
बता दें कि मुखिया चंदन व वार्ड सदस्य पुत्र चंदन की हत्या घटना को लेकर मुखिया के पत्नी पल्लवी कुमारी ने पिपरिया थाना में केस दर्ज कराया था. जिसमें सात लोगों को नामजद किये जाने के साथ ही पांच-सात अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने अनुसंधान प्रारंभ किया था. उक्त कांड के अनुसंधान के दौरान इस हत्या की घटना में संलिप्त षडयंत्रकर्ताओं तथा संलिप्त अभियुक्तों की पहचान सुनिश्चित होने के साथ ही बाहर से बुलाये गये शूटरों की भी पहचान सुनिश्चित हुई. जिसमें पुलिस ने घटना के दो दिन बाद 20 जून को तकनीकी अनुसंधान के आधार पर एक शूटर धीरज कुमार सहित शहर के महादेव सिनेमा हॉल के मैनेजर रमाकांत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है