Bihar News: एक निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण जब मरीज की जान खतरे में पड़ गई तो फोर्ड हॉस्पिटल की आधुनिक तकनीक काम आई. मरीज के पित्त की थैली की सर्जरी में गलत जगह कट लगने से पित्त पूरे पेट में फैल गया था, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई थी. इसके बाद उसे फोर्ड हॉस्पिटल पटना में चार घंटे की जटिल सर्जरी के बाद बचाया गया.
इस वजह से जान पर बन आई बात
सारण के इसुआपुर की रहने वाली 51 वर्षीय उर्मि देवी (काल्पनिक नाम) को गलत सर्जरी की वजह से गंभीर जटिलताओं का सामना करना पड़ा. उन्होंने हाल ही में एक निजी अस्पताल में पित्त की थैली (गॉल ब्लाडर) की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कराई थी, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के कारण गलत जगह से कट लगा दिया गया. इसके चलते पित्त की नली कट गई और पित्त का स्राव पूरे पेट में फैल गया, जिससे उनका पेट फूलने लगा और जान पर बन आई.
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क्या बोले डॉ. संतोष
सर्जरी के दौरान पेट में फैले पित्त को निकाला गया और कटी हुई नली को जोड़ने के लिए हिपेटिकोजेजुनोस्टोमी तकनीक अपनाई गई. यह ऑपरेशन सफल रहा और मरीज अब स्वस्थ हो रही हैं. डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि ऐसी जटिलताओं से बचने के लिए मरीजों को हमेशा अनुभवी डॉक्टर और प्रतिष्ठित अस्पतालों में ही ऑपरेशन कराना चाहिए. गलत सर्जरी न सिर्फ जानलेवा हो सकती है, बल्कि भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म दे सकती है.