मधुबनी.
जिले के रामपट्टी स्थित जीएनएम स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को बेहतर व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल रहा है. छात्राएं मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है. जीएनएम स्कूल में शिक्षा का आलम यह है कि एक ट्यूटर के सहारे 180 छात्राएं पठन-पाठन कर रही है. ऐसे में नर्सिंग के इन छात्राओं के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. सूत्रों की माने तो आइएनसी गाइडलाइन के अनुसार प्रति 10 छात्रा के लिए एक शिक्षक अनिवार्य है. जबकि जीएनएम स्कूल में 180 छात्राओं के लिए एक ट्यूटर पदस्थापित है. जीएनएम स्कूल की छात्रा क्लीनिकल ट्रेनिंग के लिए प्रति दिन सदर अस्पताल आती है.शिक्षा के अलावा मूलभूत सुविधाओं का भी है अभाव
वर्तमान में जीएनएम स्कूल में सत्र 2022-2025 में 60, 2023-26 में 60 एवं 2024-27 में 60 छात्रा नामांकित है. 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के बाद जीएनएम स्कूल के छात्राओं को ए ग्रेड नर्स में नियुक्ति होती है. जीएनएम स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार सात निश्चय के तहत जीएनएम स्कूल में पढ़ाई वर्ष 2021 से शुरू हुई. वर्तमान में जीएनएम स्कूल में 1 ट्यूटर के सहारे छात्राओं का वर्ग संचालन किया जा रहा है. ऐसे में जीएनएम प्रशिक्षण स्कूल में छात्राओं को बेहतर शिक्षा नहीं मिल रही है. वहीं छात्राओं को छात्रावास में भी कई मूलभूत समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है. आलम यह है कि पठन पाठन का सत्र शुरू होने के 4 वर्षों वर्षों बाद भी छात्राओं को पढ़ाने के लिए ट्यूटर की नियुक्ति नहीं की गई है. छात्राओं के हॉस्टल में शौचालय एवं प्लंबिंग की सुविधा भी दुरुस्त नहीं है. सुदूरवर्ती क्षेत्र में शिक्षण संस्थान होने के कारण भी सुरक्षा की दृष्टिकोण से जीएनएम स्कूल में बाउंड्री वॉल नहीं है. इसके कारण छात्राएं हमेशा अपने को असुरक्षित महसूस करती हैं. जेनरेटर नहीं रहने से विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर पूरा परिसर अंधेरे में रहता है. हालांकि महिला एवं पुरुष सुरक्षा कर्मी की तैनाती की गई है.एक ट्यूटर के सहारे हो रहा वर्ग संचालन
जीएनएम प्रशिक्षण स्कूल के ट्यूटर मुकेश कुमार जो प्रभारी प्राचार्य भी है. उनके सहारे ही 180 छात्राओं का शिक्षण कार्य संचालित किया जा रहा है. जीएनएम स्कूल में राज्य के विभिन्न जिलों से आए छात्राएं शिक्षा व प्रशिक्षण ले रही है. जबकि सरकार की ओर से सात निश्चय योजना के तहत जिले के झंझारपुर, बेनीपट्टी, जयनगर फुलपरास में एएनएम स्कूल व राजनगर के रामपट्टी में जीएनएम स्कूल का निर्माण कराया गया था. जीएनएम स्कूल के प्रिंसिपल स्मिता कुमारी के स्थानांतरण के बाद ट्यूटर मुकेश कुमार को प्रभारी प्रिंसिपल बनाया गया हैं. अप्रैल 2024 से यह पद रिक्त हैं. ऐसे में इन छात्राओं के वर्ग संचालन की जिम्मेवारी एक ट्यूटर पर ही है. प्रभारी प्राचार्य ने जीएनएम स्कूल की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला स्तर से लेकर राज्य स्तरीय पदाधिकारी को पत्राचार किया. बीएमएसआईसीएल द्वारा छात्राओं के प्रैक्टिकल के लिए लैब में विभिन्न उपकरणों का की आपूर्ति की गई है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि विभागीय स्तर पर जीएनएम स्कूल में ट्यूटर सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त किया जाएगा. बाउंड्री वॉल सहित विभिन्न समस्याओं की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी गयी है. विभागीय निर्देश के आलोक में सभी समस्या का निबटारा किया जाएगा.
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