मधुबनी . जिलेभर में तालाब घाट, सड़क, यात्री शेड सहित अन्य विकास का काम जिला परिषद से निरंतर हो रहा है. पंद्रहवीं वित्त, पंचम या फिर षष्ठम वित्त से विभिन्न काम इन वर्षों में कराया गया है. मधुबनी बिहार का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. यहां जिला परिषद में 56 पार्षद हैं. सभी मिल कर विकास को आगे बढ़ाने में लगे हैं. यह बातें जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव ने कही. उन्होंने कहा कि जिला में 140 यात्री शेड का निर्माण कराया गया है. साथ ही तालाब घाट, सड़क एवं दो सौ से अधिक नाला का निर्माण कराया गया है. जिसमें 15 वीं वित्त से 700 योजनाओं पर काम हुआ है. जबकि पंचम एवं षष्ठम से 16 सौ योजनाओं पर काम किया गया है. जिला में दो विवाह भवन एक बाबूबरही एवं एक अंधराठाढ़ी के मदनेश्वर स्थान में बना है. इसके आलावा दो बस स्टैंड एक मधेपुर में और एक झंझारपुर में बनाया गया है. सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराया गया है. शहर मुख्यालय में ऑडिटोरियम नहीं है जहां दो तीन सौ लोग बैठ कर मीटिंग कर सके. इसे देखते जिला परिषद के डाक-बंगला के जगह पर एक ऑडिटोरियम का निर्माण जल्द कराया जाएगा. जो टेंडर की प्रक्रिया में है. जिप अध्यक्ष ने बताया कि साढ़े तीन साल के कार्यकाल में अनुकंपा की बहाली, परिचारी की नियुक्ति, शिक्षक का ट्रांसफर किया है. आगे कब्रिस्तान प्लेटफार्म, शेड सहित और घाटों का निर्माण कराया जाएगा. जलजमाव की समस्या को देखते हुए सड़क के साथ नाला का निर्माण भी कराया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में छात्र के लिए पुस्तकालय का निर्माण भी कराया जाएगा. वर्ष 2024-25 का फंड आया है जिससे जरूरी जगहों पर नाला एवं पुस्तकालय का निर्माण सहित अन्य कार्य कराया जाएगा.
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