Indo-Nepal Border: मधुबनी. बिहार के मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर दो चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है, जो कथित तौर पर सीमा क्षेत्र के पास वीडियोग्राफी कर रहे थे. अधिकारी उनकी गतिविधियों के उद्देश्य और ड्रोन के संचालन के लिए उनके पास कोई अनुमति थी या नहीं, इसकी जांच कर रहे हैं. ऐसे संवेदनशील क्षेत्र में ड्रोन की मौजूदगी ने सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ा दी हैं. अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह गतिविधि किसी अवैध ऑपरेशन या जासूसी से जुड़ी थी. गिरफ्तार किए गए लोगों से उनके इरादों और जुड़ाव के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ की जा रही है.
सुरक्षा उपाय बढ़ाए गए
इस घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं. अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई अनधिकृत गतिविधि न हो. उचित मंजूरी के बिना ड्रोन का उपयोग सख्त वर्जित है, खासकर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के करीब के इलाकों में. दोनों चीनी नागरिकों के पास वीडियोग्राफी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण पाए गए, जिससे उनकी गतिविधियों पर संदेह और बढ़ गया है. जांचकर्ता उनके उपकरणों की जांच कर रहे हैं ताकि कोई रिकॉर्ड की गई फुटेज या डेटा मिल सके जिससे उनके उद्देश्यों के बारे में जानकारी मिल सके.
सुरक्षा बल को जासूसी का शक
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने देर रात ड्रोन देखा, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया. संबंधित अधिकारियों ने मामले में संज्ञान लेते हुए संदिग्धों को पकड़ लिया गया और उनके उपकरण जब्त कर लिए गए. वहीं स्थानीय लोगों की मांग है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र यह सुनिश्चित किया जाए कि दोबारा घटना नहीं हो. इस घटना के संभावित अंतर्राष्ट्रीय साज़िश को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इसमें संवेदनशील सीमा क्षेत्र के पास विदेशी नागरिक शामिल हैं. भारत और नेपाल के बीच रिश्ते बिगाड़ने की कोशिश के एंगल से भी तफ्तीश की जा रही है.
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