मधुबनी.
बीते दो तीन दिन से आसमान में हल्के बादल छाये रहने के बाद भी गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. रविवार को धूप व उसम भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया. तापमान में गिरावट के बावजूद लोग उमस भरी गर्मी सामना कर रहे हैं. रविवार को शहर का तापमान लगभग 35 डिग्री सेल्सियस रहा, हालांकि मौसम विभाग ने प्रत्येक दिन बारिश की संभावना जताई है. पिछले एक सप्ताह में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 4-5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है, लेकिन गर्मी से राहत नहीं. मौसम विभाग ने मानसून में बारिश को लेकर पूर्वानुमान जताया है. इसमें बताया है कि मानसून की बारिश सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक होगी. अगर सामान्य से अधिक बारिश होती है, तो 2021 के बाद प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश होगी. पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून प्रवेश किया था. इसके कारण सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई थी. आमजन पिछले दो चार दिनों से भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं.आवश्यक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश :
भीषण गर्मी एवं संभावित लू तथा रुक रुक कर हो रही बारिश के बाद होने वाली समस्याओं को देखते हुए सिविल सर्जन ने भीषण गर्मी एवं लू तथा जलजनित बिमारियों से बचाव तथा इससे उत्पन्न विभिन्न प्रकार की स्वास्थ संबंधी बीमारियों के चिकित्सकीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है. सिविल सर्जन डाक्टर हरेंद्र कुमार ने जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में भीषण गर्मी एवं लू से प्रभावित व्यक्तियों के समुचित चिकित्सीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है. सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी डायरियल मेडिसिन, आइबी फ्लूड ओआरएस एवं इससे संबंधित अन्य आवश्यक औषधियों तथा मेडिकल डिवाइस एवं कंज्यूमेबल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.12 बेड का डेडीकेटेड वार्ड तैयार
लू से प्रभावित व्यक्तियों का हर्ट रेट, रिस्पायरेट्री रेट, ब्लड प्रेशर, रेक्टल टेंपरेचर एवं मेंटल स्टेट का लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया है. लू से ग्रसित गंभीर मरीजों के लिए सदर अस्पताल में 12 बेड का डेडीकेटेड वार्ड तैयार किया गया है. सीएस ने लू से ग्रस्त मरीजों का कंपलीट ब्लड काउंट, इलेक्ट्रोलाइ, ईसीजी, अदर मेटाबॉलिक एब्नार्मेलिटीज, लिवर फंक्शन टेस्ट एवं किडनी फंक्शन टेस्ट कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. एंबुलेंस को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया है. भीषण गर्मी एवं लू के मद्देनजर सभी एंबुलेंस में एयर कंडीशन की क्रियाशीलता ऑक्सीजन एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की समीक्षा करने को कहा है. इसके अतिरिक्त जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष चिकित्सकों को ऑन कॉल ड्यूटी पर 24 घंटे उपलब्ध रहने का निर्देश दिया है. ताकि आकस्मिक स्थिति में सूचित किए जाने पर वे शीघ्र संबंधित अस्पताल में उपस्थित होकर मरीज की देखभाल कर सके.
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