बिहार सरकार ने अनिक्रा फाउंडेशन के साथ किया है करार, पीपीपी मोड में सदर अस्पताल में शुरू हुई ईसीजी सेवा मधुबनी . सदर अस्पताल सहित जिले के 26 स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को पीपीपी मोड में नि:शुल्क ईसीजी सेवा उपलब्ध होगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अनिक्रा फाउंडेशन के साथ से करार किया है. इस संबंध में संयुक्त सचिव सह प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार ने सिविल सर्जन को जिला के चयनित सभी 26 स्वास्थ्य संस्थानों में एजेंसी को संबंधित कार्यों के निष्पादन के लिए बेड के साथ ईसीजी कॉर्नर, फर्नीचर, इलेक्ट्रिसिटी, रनिंग वाटर सप्लाई, वेटिंग एरिया एवं टेक्नीशियन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि संयुक्त सचिव के निर्देश के आलोक में सदर अस्पताल में एजेंसी द्वारा ईसीजी सेवा की शुरुआत कर दी गई है. साथ ही आठ स्वास्थ्य संस्थानों में एजेंसी ने ईसीजी मशीन को इंस्टाल कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रभारी उपाधीक्षक को अपने संस्थानों में एजेंसी को करार के अनुसार सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. विदित हो कि सदर अस्पताल में ईसीजी की सुविधा नहीं रहने के कारण, हृदय रोगियों को निजी जांच केंद्रों पर निर्भर रहना पड़ता था. इसके लिए मरीजों को अधिक पैसे खर्च करना पड़ता था. यह स्थिति विशेष रूप से उन मरीजों के लिए मुश्किल था जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. लेकिन सदर अस्पताल में ईसीजी की सुविधा उपलब्ध होने के बाद, हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को तुरंत ईसीजी जांच उपलब्ध हो रहा है. एजेंसी के सुपर वाइजर राकेश कुमार ने कहा कि बीते शुक्रवार को 20 एवं शनिवार को 15 मरीजों की ईसीजी जांच की गयी. उन्होंने कहा कि इसके लिए सदर अस्पताल सहित सभी 26 स्वास्थ्य संस्थानों के टेक्नीशियन को प्रशिक्षण भी दिया गया है ईसीजी टेस्ट क्या है आराम के समय हृदय की विद्युत गतिविधि को ईसीजी (इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ) द्वारा दर्ज किया जाता है. इन आवेगों को ईसीजी द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है. जो दिखाता है कि दिल कितनी तेजी से धड़क रहा है. दिल की धड़कन की लय स्थिर या अनियमित है. इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ हृदय की मांसपेशियों की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है और इसे एक स्क्रीन या कागज पर एक निशान के रूप में दिखाता है. फिर चिकित्सक जानकारी की व्याख्या करता है. ईसीजी की सलाह उन व्यक्तियों के लिए दी जाती है जो सीने में तकलीफ, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, बेहोशी, या तेज़ या अनियमित दिल की धड़कन जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं ईसीजी एक गैर-आक्रामक और सुरक्षित उपचार है जिसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। ईसीजी का उपयोग करके हृदय रोग, दिल के दौरे, कार्डियोमायोपैथी और अवरुद्ध धमनियों के लक्षणों का पता लगाया जा सकता है. स्वास्थ्य केंद्रों में मिलेगी ईसीजी की सुविधा सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि जिले में ईसीजी की सुविधा सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, जयनगर, झंझारपुर एवं फुलपरास, सीएचसी अंधराठाढ़ी, बाबूबरही, बासोपट्टी, बिस्फी, हरलाखी, कलुआही, खजौली, खुटौना, लदनियां, लखनौर, लौकही, मधवापुर, राजनगर, पीएचसी बेनीपट्टी, घोघरडीहा, जयनगर, झंझारपुर, मधेपुर, पंडौल, फुलपरास, रहिका में उपलब्ध होगी.
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