मधुबनी. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और पढ़ाने वाले शिक्षकों की उपस्थिति पर टैब से शिक्षा विभाग नजर रखेगा. विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले के पांच स्कूलों में एक-एक टैब वितरित किया था. टैब से मिली सफलता को देखते हुए अब बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रत्येक स्कूल को दो-दो टैब देने का निर्णय लिया है. मिली जानकारी के अनेसार एक अगस्त से टैब के माध्यम से शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति की निगरानी शुरू कर दी जायेगी. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से प्रखंडों के स्कूलों में टैब बांटने के लिए भेजा जा रहा है. प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के प्रत्येक स्कूलों को दो-दो टैब दिये जायेंगे. जिस स्कूल में बच्चों की संख्या अधिक होगी, वहां तीन टैब दिये जायेंगे. प्रधानाध्यापक एक टैब का प्रयोग करेंगे और दूसरे टैब का प्रयोग बच्चों व शिक्षकों द्वारा किया जायेगा. टैब ””””””””के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति और शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जायेगी. क्लास टीचर प्रतिदिन प्रत्येक कक्षा में उपस्थित बच्चों का फोटो और वीडियो बनाकर इ-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड करेंगे. इसमें क्लास में चल रहे शिक्षण की कार्य का भी फोटो व वीडियो अपलोड करना होगा. इसके अलावा बच्चों को मध्याह्न भोजन खाते हुए फोटो के अलावा परिसर की साफ-सफाई का भी वीडियो अपलोड करना होगा. प्रधानाध्यापक को मिले टैब के माध्यम से शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे. इसमें प्रतिदिन कौन शिक्षक अवकाश पर है और कौन शिक्षक स्कूल में कार्यरत हैं की जानकारी भी देनी होगी.
टैब गुम होने पर चल जायेगा पता
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अगर किसी स्कूल से टैब चोरी होने की शिकायत मिलती है तो इसे आसानी से पकड़ा जायेगा. टैब का आइएमइआइ नंबर, सीरियल नंबर, टैब में लगाये सिम, उपयोगकर्ता का नाम और पदनाम का जिक्र रहेगा. इसके अलावे सभी नंबर प्रधानाध्यापक के पास भी होंगे.
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