मधुबनी.
भीषण गर्मी का कहर जारी है. इससे राहत मिलने के आसार भी नहीं है. मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिनों तक हीटवेव बने रहने की संभावना जतायी है. शनिवार की सुबह पांच बजे ही तेज धूप निकल चुकी थी, जो दिन भर के हालात बयां कर रहा था. मजदूरों को काम करने में भारी परेशानी हुई. पांच मिनट काम करने के बाद मजदूर ठंड की छांव तलाश रहे थे. 17 जून को गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान है. शनिवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. जिले में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. तापमान 40 डिग्री से ऊपर है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. गर्मी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या भी बढ़ गयी है. कई जगहों पर कुएं व तालाब सूख गए हैं.क्या है हीटवेव
हीटवेव एक ऐसी स्थिति है, इसमें तापमान सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाता है और लंबे समय तक बना रहता है. यह एक गंभीर प्राकृतिक आपदा है जो स्वास्थ्य, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. शनिवार को हीटवेव के कारण मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें सुनसान रही. लोग घरों में ही दुबके रहे. हालांकि कामकाजी पुरुष एवं महिलाएं इस भीषण गर्मी में भी अपने अपने कार्यस्थल पर समय से उपस्थित होकर अपनी सेवाएं देने में लगे रहे. जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा हीटवेव को लेकर आवश्यक तैयारी की गई है. सदर अस्पताल में 12 बेंड का हीटवेव डेडीकेटेड वार्ड बनाया गया है. जिला से लेकर प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में प्रयाप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवा का भंडारण किया गया है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम जताई है, और लोगों से दोपहर में बाहर निकलने से बचने और खुद को गर्म हवाओं से बचाने की अपील की है. हीटवेव हीट स्ट्रोक, निर्जलीकरण और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं. कमजोर आबादी, बच्चे, बुजुर्ग और पुरानी बीमारियों वाले लोग, विशेष रुप से संवेदनशील होते हैं.गर्मी की लहर से बचने के उपाय:
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.गर्मी के दिनों में, शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पीना चाहिए. हल्के रंग के, ढीले-ढाले कपड़े गर्मी से बचने में मदद करते हैं. गर्मी से बचने के लिए दोपहर के समय, जब तापमान सबसे अधिक होता है, तो घर के अंदर या छाया में रहना बेहतर होता है. यदि संभव हो, तो वातानुकूलित जगह पर जाएं. ठंडे पानी से नहाएं या गीले कपड़े का उपयोग करें. शराब, चाय और कॉफी से बचें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है