मधुबनी.
जिले में स्वच्छता सर्वे का काम शुरू हो चुका है. केंद्रीय टीम गांवों की सफाई का जायजा लेगी. टीम निरीक्षण के दौरान विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेगी. मधुबनी का स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 25- राष्ट्रीय स्तर पर राज्य द जिला स्तर पर रैंकिंग होना है. इसके लिए एक हजार अंक निर्धारित किया गया है. केंद्रीय टीम ओडीएफ प्लस मॉडल गांवों का सर्वे करेगी. इसमें घरों की स्वच्छता, गांवों की स्वच्छता, सिटीजन फिडबैक, स्वास्थ्य, आइसीडीएस, स्कूल व पंचायत भवनों की स्वच्छता की स्थिति का आकलन किया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य का निरीक्षण किया जाएगा. बीडीओ व संबंधित अधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हैं.वॉल पेंटिंग के जरिए लोगों को किया जा रहा जागरूक
ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों पर वॉल पेंटिंग के जरिए लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है. जगह-जगह दीवारों पर पेंटिंग बनायी जा रही है. पेंटिंग से सफाई रखने, डस्टबिन में कचरा डालने, पौधारोपण जैसे संदेश दिया जा रहा हैं. बताया गया कि वॉल पेंटिंग लोगों को सकारात्मक संदेश देगी. गांव को स्वच्छ बनाने में भागीदार बनाएंगे. सुलभ शौचालयों, राजकीय विद्यालय के बाहर, विभिन्न वार्ड व अस्पताल समेत विभिन्न जगहों पर वॉल पेंटिंग्स कराई जा रही है. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन चल रहा है. केंद्रीय टीम लोगों से फीडबैक भी लेगी.
सभी से होंगे सवाल, शामिल रहेंगे किशोर, युवा व बुजुर्ग
स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में इस बार भी 15 वर्ष के किशोरों के साथ ही युवाओं एवं बुजुर्गों से भी सवाल किये जायेंगे. उनसे रोजाना कूड़ा उठाने की स्थिति, सूखा व गीला कूड़ा अलग करने, शौचालय की जानकारी के लिए गूगल टॉयलेट लोकेटर के इस्तेमाल, आसपास की सफाई, घर में खाद बनाने की जानकारी, घर से निकले टूटे व पुराने खिलौने, कपड़े व जूते आदि को फिर से इस्तेमाल करने की जानकारी, शहर के स्वच्छता सर्वेक्षण में भागीदारी की जानकारी, 60 वर्ष से ज्यादा आयु के नागरिकों से पहले की तुलना में सफाई की स्थिति, कचरा संग्रहण की व्यवस्था, गीला व सूखा कूड़ा अलग करने, कचरा प्रबंधन पर सवाल किये जायेंगे. इसके अलावा भी स्वच्छता को लेकर कई सवाल किये जायेंगे.
11 सवालों का समूह किया गया है तैयार
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सिटीजन फीडबैक अभियान की शुरुआत की जायेगी. इसके लिए 11 सवालों का समूह तैयार किया गया है. इनमें से चार सवाल वस्तुनिष्ठ पूछे जायेंगे. इन सवालों का जवाब हां या ना में देना होगा. इस दौरान जनता से छह माध्यमों से गांव का हाल पूछा जायेगा. जिसमें फेस टू फेस, वोट फॉर योर सिटी पोर्टल, 1969 हेल्पलाइन नंबर, क्यूआर तकनीक शामिल है. सिटीजन फीडबैक के सवाल कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छता जागरूकता से जुड़े होंगे. इसमें युवाओं और बुजुर्गों के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित किये गये हैं. 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं से पूछे जाने वाले सवाल के लिए कुल 200 अंक निर्धारित होंगे. वहीं, बुजुर्गों से अधिक सवाल पूछे जायेंगे, इसके लिए कुल 400 अंक निर्धारित किये गये हैं.सभी स्तर से किया जा रहा हरसंभव प्रयास
बताया गया कि विगत वर्ष के सर्वेक्षण में हमारी मार्किंग जिन-जिन क्षेत्रों में कमजोर रही है. उन क्षेत्रों में सुधारात्मक प्रदर्शन की विशेष तैयारी की गयी है. साथ ही बेहतर रैंक पाने के लिए सभी स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है