झंझारपुर. मधेपुर टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज ने “मानव पहचान के निर्माण में संस्कृति की भूमिका ” विषय पर एक विचारोत्तेजक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया. जिसमें मानव विकास में सांस्कृतिक मूल्यों, परंपराओं और विरासत के गहन प्रभाव को उजागर किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई. जिसके पश्चात तिलावत-ए-कुरआन और सरस्वती वंदना की गई. जिसने पूरे दिन के लिए एक सांस्कृतिक रुप से सामंजस्यपूर्ण वातावरण प्रदान किया. मुख्य अतिथि डीएलएड विंग विभागाध्यक्ष अब्दुल मन्नान को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया. संगोष्ठी में प्रमुख वक्ताओं के रुप में डॉ. बिमलेश कुमार सिंह, डॉ. दिव्यांशु शेखर और मुजाहिद हुसैन (उर्दू प्रवक्ता) ने सहभागिता की. वक्ताओं ने बताया कि कैसे सांस्कृतिक दृष्टिकोण और कथाएं व्यक्ति तथा सामूहिक पहचान को आकार देती हैं. कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक सुशील कुमार राय ने अत्यंत ही सुगठित रुप से किया. संगोष्ठी का समापन सहायक प्राध्यापक गौरी शंकर ठाकुर के दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. छात्रों में जेबा प्रवीन, नायाब आलम, मन्हावर अंजुम, सुफिया प्रवीण, क़मर फातिमा, जसोधर यादव, कमलेश यादव, और चंद्रवीर कुमार शामिल थे. यह संगोष्ठी एक सार्थक शैक्षणिक आदान-प्रदान का प्रतीक बनी और कॉलेज की सांस्कृतिक चेतना तथा पहचान आधारित शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को और भी सुदृढ़ किया.
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