खुटौना. खुटौना पंचायत में तकरीबन पांच महीने से लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कचरा का उठाव कार्य बंद है. पंचायतों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्ट टू दम तोड़ती नजर आ रही है. बीते कुछ माह पूर्व अभियान की शुरूआत की गई थी. सभी वार्डों में स्वच्छता कर्मी की नियुक्ति कर पूरे यूनिफार्म के साथ पंचायत को सौंप दिया गया था. कुछ दिन तक सब कुछ ठीक-ठाक चला. लेकिन धीरे-धीरे कचरा उठाव का कार्य बंद हो गया. सरकार लाखों रुपये खर्च कर सभी पंचायत में अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट का निर्माण करवाया है. जिसमें कचरे को प्रोसेसिंग कर किसानों के लिए खाद का निर्माण करने की योजना थी. स्वच्छता कर्मी अपने अपने रिक्शा को घर पर खड़ा कर दिया है या फिर उस रिक्शा को किसी दूसरे कामों में लगा दिया है. कहा कि दैनिक मजदूरी का काम करते हैं. स्वच्छता कर्मी में बहाली होने पर खुशी हुई थी कि अब उनका परिवार अच्छे ढंग से जीवनयापन करेगा, लेकिन वेतन नहीं मिलने के कारण उनके परिवार वालों की हालत दिनों-दिन बिगड़ती चली गई. कहा कि कचरा उठाव का कार्य छोड़कर दूसरे काम में लग गए हैं. बीडीओ गिरीश चंद्रा ने कहा कि स्वच्छता कर्मी के बकाया राशि की भुगतान के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है