::: राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) के तहत शहर की आबो-हवा को ठीक करने के लिए कई प्रमुख सड़कों का हुआ है निर्माण, कई का चल रहा
::: नियमित पानी छिड़काव से लेकर कई अन्य तरह के कार्य करने का निगम ने किया दावा
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
नगर निगम मुजफ्फरपुर द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) के तहत किये गये प्रयासों का सकारात्मक परिणाम अब शहर की वायु गुणवत्ता में साफ तौर पर दिख रहा है. पिछले वर्ष की तुलना में पीएम टेन के स्तर में 19 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी है. वहीं पीएम 2.5 का स्तर 2019 के मुकाबले 36 प्रतिशत तक कम हुआ है. यह जानकारी हाल ही में पटना में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की समीक्षा बैठक में दी गयी है. बता दें कि एनकैप के तहत मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई प्रभावी कदम उठाये गये हैं. इनमें एंड-टू-एंड पेवमेंट, वॉटर स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव, मैकेनिकल स्वीपर से सड़कों की सफाई और डी-सिल्टिंग मशीन से नालों की सफाई जैसे कार्य शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विभिन्न पार्कों जैसे जुब्बा सहनी पार्क, इंदिरा पार्क, सिटी पार्क और अमृत महोत्सव पार्क का सौंदर्यीकरण, सड़क और जंक्शन सुधार एवं ट्रैफिक लाइट के माध्यम से यातायात प्रबंधन ने भी वायु गुणवत्ता सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने बताया कि शहर में डीजल चालित ऑटो पर प्रतिबंध और नगर निगम द्वारा विभिन्न सड़कों का निर्माण भी इस दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ है.वित्तीय प्रबंधन और शिकायत निवारण में अव्वल
नगर आयुक्त ने बताया कि मुजफ्फरपुर नगर निगम एनकैप के तहत प्राप्त राशि के उपयोग में पूरे बिहार में अव्वल रहा है, जिसने 84.75 प्रतिशत राशि खर्च कर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है. साथ ही, वायु प्रदूषण से संबंधित शिकायतों के क्लीन एयर डैशबोर्ड के माध्यम से निपटारे में भी मुजफ्फरपुर 90 प्रतिशत की सफलता दर के साथ बिहार में शीर्ष पर है.भविष्य के लिए सुझावों पर सहमति
समीक्षा बैठक के दौरान नगर आयुक्त ने कई सुझाव दिये, जिसपर सहमति बनी है. इन प्रमुख सुझावों में एनकैप के तहत प्राप्त राशि से सड़क किनारे पड़े कूड़े के उठाव के लिए लिटर पिकिंग मशीन, नालों की उड़ाही के दौरान सिल्ट को सीधे वाहनों में उठाने हेतु मशीन, और नालों के ऊपर स्लैब ढकने का कार्य शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है