::: मुजफ्फरपुर नगर निगम सहित सभी नगर निकायाें को 48 घंटे के भीतर भेज देनी है रिपोर्ट
::: 30 जून तक घरों के अंदर सोख्ता निर्माण करने वाले लोगों को निगम दे रहा था 05 फीसदी का अतिरिक्त छूट
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बिहार सरकार ने राज्य में भूजल स्तर में सुधार और ”जल-जीवन-हरियाली अभियान” को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है. इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर नगर निगम सहित सभी शहरी स्थानीय निकायों को उन निजी होल्डिंग (घरों) की संख्या 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है, जिन्होंने अपने परिसरों में वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) के लिए सोख्ता का निर्माण कराया है और चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 05 फीसदी छूट के साथ (30 जून तक) होल्डिंग टैक्स जमा कर दिया है. दरअसल, नगर पालिका एक्ट के तहत ऐसे घरों को उनके होल्डिंग टैक्स में 05 प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने इस छूट का लाभ वास्तविक हकदारों तक पहुंचाने और भूजल संरक्षण के प्रयासों को गति देने के लिए यह जानकारी मांगी है. विभाग की ओर से उपलब्ध कराये गये विशिष्ट फॉर्मेट में यह रिपोर्ट भेजनी है. सरकार लगातार वर्षा जल संचयन के महत्व और तकनीकी पहलुओं को लेकर जागरूकता फैला रही है. इसके तहत मॉडल डिजाइन और अनुमानित लागत संबंधी विस्तृत जानकारी भी विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध करायी गयी है.बॉक्स ::: रिपोर्ट भेजने का दबाव, आंकड़े काफी खराब
मुजफ्फरपुर नगर निगम के अधिकारियों पर अब इस निर्धारित समय-सीमा के भीतर सटीक आंकड़े प्रस्तुत करने का दबाव है, ताकि न केवल शहर में भूजल संरक्षण के प्रयासों को मजबूती मिले, बल्कि पात्र नागरिकों को उनके योगदान के लिए प्रोत्साहन भी मिल सके. सूत्रों के अनुसार, मुजफ्फरपुर नगर निगम इस बार एक दर्जन लोगों को भी इसका लाभ नहीं दे पाया है.बॉक्स : सरकार का लक्ष्य
– राज्य भर में गिरते भूजल स्तर को नियंत्रित करना.– नागरिकों को वर्षा जल संचयन जैसी पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना.
– वर्षा जल संचयन अपनाने वाले भवन मालिकों को नियमानुसार 05 फीसदी होल्डिंग टैक्स छूट का लाभ दिलाना.::::::::::::::::::::::::::::::::::::
टूटा रिकॉर्ड, एक दिन में 1.16 करोड़ रुपये जमा
मुजफ्फरपुर नगर निगम ने चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही यानी 30 जून तक 05 फीसदी छूट के साथ जो प्रॉपर्टी टैक्स जमा हुआ है. अब तक का रिकॉर्ड टूट गया है. आखिरी दिन नगर निगम 1.16 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है. चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही की बात करें तो 11 करोड़ रुपये के आंकड़ा काे पार कर गया है.
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