-फरवरी से अबतक दस बच्चे हो चुके हैं बीमारी के शिकार-पारु व मीनापुर के हैं दोनों बच्चे, पीकू में भर्ती कर इलाजMuzaffarpur Newsजोरदार गर्मी असर दिखाने लगी है. जिले के दो बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है. एक बच्चा पारु व दूसरा मीनापुर का रहनेवाला है. मीनापुर के राधा सहनी के दो साल के बेटे सत्यम को अचानक चमकी बुखार आया. सीएचसी मीनापुर में प्रारंभिक इलाज किया गया. पर सुधार नहीं होते देख उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. यहां पीकू में उसे भर्ती कर इलाज शुरू हुआ. सत्यम का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था जहां बीमारी की पुष्टि हुई.
ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा
इधर, पारु के रहनेवाले संतोष पटेल के पांच साल के बेटे हर्ष राज को भी बुखार आया. उसके बाद पिता संतोष पटेल उसे पीकू में लेकर आये. उसका ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा गया और इसमें एइएस की पुष्टि हुई. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि बच्चों की हालत में सुधार है. दोनों बच्चे ठीक हो रहे हैं. एइएस से ठीक होने वाले बच्चों का फॉलोअप भी करना है. स्वास्थ्य विभाग के एएनएम स्तर से व आइसीडीएस इसे महिला पर्यवेक्षिका के स्तर से पूरा करेंगी. इसके लिए जल्द ही एक फॉर्मेट भी बनाया जायेगा.हर सोमवार राज्य पदाधिकारी लेंगे अपडेट
मुजफ्फरपुर
. एइएस से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हो, इसके लिए स्वास्थ्य मुख्यालय हालात और बचाव के उपायों पर नजर रखे हुए है. हर सोमवार को वीसी से राज्य पदाधिकारी सीएस, जिला वीबीडीसी पदाधिकारी, एमओआइसी से एइएस का अपडेट लेंगे. इसके साथ ही बेड व प्रचार प्रसार की वास्तविक स्थिति क्या है, इसकी भी जानकारी लेंगे. जिला वीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर ने बताया कि राज्य से टैग वाहन, प्रशिक्षण व प्रचार-प्रसार के साथ उपचार व्यवस्था पर काफी ध्यान है. प्रत्येक पंचायत से पांच गाड़ियां टैग हैं. एइएस से निपटने के लिए 16 प्रखंडों में 355 मेडिकल ऑफिसर, सीएचओ, आयुष चिकित्सक व 1193 एएनएम, जीएनएम काम कर रही हैं. आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को ओआरएस के पैकेट व पैरासिटामोल के सीरप व टेबलेट का भी वितरण पीएचसी से हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है