कुंदन सिंह हत्याकांड
-छह साल पहले बैरिया बस स्टैंड में हुई थी हत्या-अनिल चौबे व राकेश कुमार दोनों हैं जेल में बंद
Muzaffarpur News
बैरिया बस स्टैंड में छह साल पहले हुए कुंदन सिंह हत्याकांड में, जेल मे बंद अनिल चौबे के आरोप मुक्ति आवेदन पर एडीजे -20 ने सुनवाई की और इसे खारिज कर दिया. अनिल ने अधिवक्ता के माध्यम से आरोप मुक्ति का आवेदन एक फरवरी को एडीजे -20 के कोर्ट में दाखिल कराया था. यह मामला अभी आरोप गठन के लिए चल रहा है. अनिल व राकेश कुमार उर्फ चुन्नु ठाकुर का सत्र विचारण एक साथ चल रहा है. बीते साल हुई गिरफ्तारी के बाद दोनों गैंगस्टर जेल में बंद हैं.गवाही नहीं देने पाये, इसलिए कर दी हत्या
पुलिस ने चार्जशीट में स्पष्ट किया था कि कोल्हुआ निवासी कुंदन सिंह की हत्या उसे कोर्ट में गवाही से रोकने के लिए की गयी थी. कुंदन सदर थाना के चर्चित पंकज हत्याकांड में गवाह था. उसे हत्यारोपियों ने गवाही देने से मना किया था. लेकिन, कुंदन नहीं मान रहा था. इसलिए उसकी हत्या की साजिश रची गयी थी. बैरिया स्टैंड में विभिन्न ट्रेवल्स के लिए बस के इंचार्ज के रूप में कुंदन सिंह काम करता था.1 फरवरी 2019 को कुंदन एक बस ट्रेवेल्स के टिकट काउंटर के पास बैठा हुआ था. इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर गयी थी.कुंदन की पत्नी ने दर्ज कराया था केस
कुंदन की पत्नी अचला ने खुद को चश्मदीद बताकर बयान दर्ज कराया था. उसने एफआइआर में आरोप लगाया था कि वह पति के पास रुपये के लिए गयी थी. इसी दौरान चुन्नू ठाकुर, अनिल चौबे सहित अन्य चार अज्ञात लोग पहुंचे. सभी आरोपितों ने उसके सामने कुंदन की गोली मारकर हत्या कर दी. लहुलूहान कुंदन को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. एफआइआर के बाद पुलिस ने इस मामले में सीतामढ़ी के प्रांजल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. प्रांजल पर अलग से ट्रायल चल रहा है. वहीं आरोपित श्रीनारायण सिंह की शिवहर में हत्या कर दी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है