मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बागमती नदी विस्तारीकरण योजना के तहत प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की प्रक्रिया में तेज़ी आई है. मथुरापुर बुजुर्ग मौजा में मकानों और सहनों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट डीपीआर तैयार करने हेतु, जिला भू-अर्जन कार्यालय ने जिला निबंधन कार्यालय से तीन साल पहले के विक्रय मूल्य का ब्योरा मांगा है. यह मुआवजे की राशि तय करने में महत्वपूर्ण होगी. योजना का मुख्य उद्देश्य नदी के कटाव को रोकना, बाढ़ को नियंत्रित करना और सिंचाई सुविधाओं में सुधार लाना है. इसके तहत लगभग तीन हज़ार परिवारों को मकान मय सहन का मुआवजा जल्द मिलने की उम्मीद है, क्योंकि एक दर्जन से अधिक मौजा के भू-धारियों के लिए अधिसूचना भेजी गई है. गंगिया परमानंदपुर मौजा को भी इसमें शामिल किया गया है. हालांकि, औराई, कटरा और गायघाट अंचलों में लगभग 8 एकड़ भूमि के अधिग्रहण में कुछ देरी हो रही है. खासकर औराई और कटरा में 2009 के बाद से प्रभावित हुए परिवारों को अभी तक मकान मय सहन का मुआवजा नहीं मिला है, न ही उन्हें तटबंधों के बाहर बसने के लिए ज़मीन आवंटित की गई है, जिससे वे हर साल बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. जिला भू-अर्जन कार्यालय, निबंधन कार्यालय से प्राप्त विक्रय मूल्य के आधार पर मुआवजे का आकलन करेगा.
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