Bihar Flood: बिहार में भले ही मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ गई हो, लेकिन नेपाल और झारखंड में हुई भारी बारिश का असर अब सीधे उत्तर बिहार के जिलों पर दिखने लगा है. खासकर मुजफ्फरपुर जिले में स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होती जा रही है. नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण बागमती नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है. जिससे कटरा प्रखंड के दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा सिर पर मंडराने लगा है.
कटरा में संकट की रेखा पार कर रही बागमती, गांवों का संपर्क टूटने की कगार पर
कटरा प्रखंड में बागमती नदी पर बने पीपा पुल पर पानी का दबाव लगातार बढ़ रहा है. जलस्तर इस कदर चढ़ चुका है कि प्रशासन ने बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी है. अब हालात ऐसे बन गए हैं कि एक दर्जन से अधिक गांवों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कभी भी टूट सकता है.
ग्रामीणों का कहना है कि नदी में पानी का बहाव बहुत तेज है और लगातार बढ़ता जा रहा है. लोग मजबूरी में बाइक और छोटे वाहनों के सहारे जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे हैं. वहीं, कई बुजुर्ग और बीमार लोगों को अब गांव से बाहर ले जाना भी कठिन हो गया है.
दहशत में लोग, प्रशासनिक तैयारी तेज
बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है. SDO और BDO स्तर के अधिकारी हालात पर निगरानी रख रहे हैं. NDRF और SDRF की टीमें अलर्ट पर हैं, ताकि आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके.
प्रशासन ने नदी किनारे के गांवों के लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल बागमती के आसपास न जाएं और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. साथ ही राहत शिविर स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
अगले 24 घंटे बेहद अहम, बाढ़ से कट सकता है जनजीवन
विशेषज्ञों के मुताबिक यदि नेपाल से पानी का बहाव इसी तरह जारी रहा तो आने वाले 24 घंटे मुजफ्फरपुर के लिए बेहद संवेदनशील साबित हो सकते हैं. कटरा प्रखंड के कई गांवों का मुख्य सड़क से संपर्क टूट सकता है, जिससे न सिर्फ आवाजाही पर असर पड़ेगा, बल्कि चिकित्सा, खाद्यान्न आपूर्ति और बिजली जैसी बुनियादी सेवाएं भी ठप हो सकती हैं.