देवेश कुमार/ Bihar News: मुजफ्फरपुर शहर में जल संरक्षण की दिशा में लोगों की उदासीनता ने एक चौंकाने वाला सच उजागर किया है. नगर निगम ने राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भेजी है. इसके मुताबिक, शहर की लगभग 60 हजार निजी होल्डिंग में से महज 19 घरों में ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (वर्षा जल संचयन प्रणाली) लगी हुई है. यह स्थिति तब है, जब सरकार इस महत्वपूर्ण प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए होल्डिंग टैक्स में 05 फीसदी की अतिरिक्त छूट दे रही है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (30 जून तक) में होल्डिंग टैक्स जमा करने वालों को 05 प्रतिशत की सामान्य छूट का प्रावधान किया था.
मुजफ्फरपुर में जल संरक्षण की अनदेखी
जिन घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा है, उन्हें 05 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलनी थी. यानी, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम वाले लोग 30 जून तक अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा कर कुल 10 प्रतिशत की छूट का लाभ उठा सकते थे. हालांकि, इस आकर्षक छूट का लाभ उठाने वालों की संख्या बेहद निराशाजनक रही. रिपोर्ट के अनुसार, मुजफ्फरपुर में सिर्फ 19 लोगों ने ही अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होने का दावा करते हुए इस अतिरिक्त छूट का लाभ लिया. यह आंकड़ा साफ दर्शाता है कि सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद, लोग अब भी बारिश के अनमोल पानी को नालियों में बहाना पसंद कर रहे हैं.
600 के आसपास बने हैं सरकारी बिल्डिंग
शहर में लगभग 60 हजार निजी होल्डिंग के अलावा लगभग 600 सरकारी इमारतें भी हैं. ऐसे में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की यह दयनीय स्थिति भविष्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है. खासकर, तब जब भूजल स्तर को बनाए रखना शहर के लिए बेहद जरूरी है. इस बार 50 फीट तक मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र का भू-जल स्तर पहुंच चुका है. आने वाले दिनों में बड़ा पेयजल संकट होगा. बावजूद, लोग वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की अनदेखी कर रहे हैं.
पेयजल संकट से निपटने के लिए जरूरी है वाटर हार्वेस्टिंग
वाटर हार्वेस्टिंग या वर्षा जल संचयन वर्तमान समय में बहुत जरूरी है. क्योंकि, यह पानी की कमी को दूर करने, भूजल स्तर को बढ़ाने और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं को कम करने में मदद करता है. पर्यावरण को बचाने में भी काफी सहायक है. मुजफ्फरपुर शहर का भू-जल स्तर जिस कदर से नीचे जा रहा है. यहां के लिए हर घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होना बेहद जरूरी है.
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