Bihar News: चंदवारा पुल के संपर्क पथ के लिए अधिगृहित की गई भूमि का सामाजिक प्रभाव आकलन रिपोर्ट अब सार्वजनिक किया जाएगा. यह रिपोर्ट चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान, पटना द्वारा तैयार की गई है.रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद गठित विशेषज्ञ समूह ने इसका मूल्यांकन किया है और अपनी सिफारिशें प्रस्तुत की हैं. इस अधिनियम की धारा-7(ई) के अनुसार, विशेषज्ञ समूह की इन सिफारिशों को स्थानीय भाषा में प्रकाशित करना अनिवार्य है.
इसके मद्देनजर, डीएम ने एसडीओ पूर्वी, डीसीएलआर पूर्वी और मुशहरी सीओ को निर्देश दिए हैं कि वे इस रिपोर्ट को पंचायत, जिला कलेक्टर, उप खंड मजिस्ट्रेट और तहसील कार्यालयों में स्थानीय भाषा में प्रकाशित करवाएं. साथ ही, उन्होंने इस रिपोर्ट की प्रतियां प्रकाशित कर क्षेत्र में भी व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया है ताकि प्रभावित लोगों को पूरी जानकारी मिल सके.
2.9 से 3 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण
चंदवारा पुल मुजफ्फरपुर फेज टू योजना महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है. जिसका उद्देश्य चंदवारा पुल को दरभंगा एनएच (NH-27) से सीधा जोड़ना है. यह मुख्य रूप से एप्रोच रोड के निर्माण पर केंद्रित है ताकि पुल का पूर्ण उपयोग हो सके और शहर में यातायात को सुगम बनाया जा सके. जिससे मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने वाले और बाहर जाने वाले वाहनों को सुविधा हो और अखाड़ाघाट पुल पर यातायात का दबाव कम हो.
इस फेज में लगभग 2.9 से 3 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना की कुल लागत लगभग 120 करोड़ रुपये अनुमानित है. इसमें से 37 करोड़ रुपये सड़क निर्माण के लिए और शेष राशि (लगभग 80 करोड़ रुपये) भूमि अधिग्रहण के लिए निर्धारित की गई है.
भूमि अधिग्रहण: इस सड़क के निर्माण के लिए करीब 11 से 12 एकड़ निजी भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. यह भूमि मुशहरी अंचल के पांच मौजा (सरैया चक मुस्तफा सिपाहपुर, हरपुर, दामोदरपुर, भगवतीपुर और चकमोहब्बत) में स्थित है. सामाजिक प्रभाव आकलन (SIA) रिपोर्ट पटना के चंद्रागुप्त प्रबंध संस्थान द्वारा तैयार की गई है.
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चंदवरा पुल फेज टू से फायदा
यह सड़क जेल चौक से सिपाहपुर (पुराना दरभंगा रोड) तक जाएगी और चंदवारा पुल को दरभंगा एनएच से जोड़ेगी. इससे पूसा और समस्तीपुर की ओर से आने वाले वाहन सीधे दरभंगा एनएच-27 तक पहुंच सकेंगे.
चंदवारा पुल का पहला चरण (पुल का मुख्य ढाँचा) पहले ही पूरा हो चुका है, लेकिन एप्रोच रोड के अभाव में यह पूरी तरह चालू नहीं हो पाया था. फेज टू का काम इसी एप्रोच रोड के निर्माण पर केंद्रित है. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया और मुआवजा भुगतान में तेजी लाई जा रही है.उम्मीद की जा रही है कि फेज वन का काम 15 अगस्त तक पूरा हो जाएगा.
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