Bihar News: मुजफ्फरपुर. बिहार में पेयजल संकट बढ़ता जा रहा है. मानसून के मौसम में भी मुजफ्फरपुर में बारिश की कमी के कारण भूजल स्तर 50 से 60 फीट तक गिर गया है. शहर के कई इलाकों में चापाकल और सबमर्सिबल पंप पानी खींचने में नाकाम हो रहे हैं. ऐसे में लोगों के लिए भारी परेशानी खड़ी हो गई है. बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसे क्षेत्रों कच्ची पक्की, इंद्रा कॉलोनी, मझौली धर्मदास, अतरदह, सत्संग गली, बजरंग नगर और रामदयालू में भी स्थिति गंभीर है. अब नगर निगम टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति कर रहा है, लेकिन यह अपर्याप्त साबित हो रहा है. साथ ही लोगों से जल संरक्षण के लिए सोख्ता (रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) बनाने की अपील भी की जा रही है.
दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में पानी की किल्लत अधिक
नगर निगम की अप्रैल की भूजल स्तर मापी के अनुसार मिठनपुरा में जल स्तर 50 फुट, चंदवारा और पक्की सराय में 53 फुट, सादपुरा में 55 फुट और खबरा में 50 फुट नीचे था. दो महीने बाद बारिश की कमी के कारण जल स्तर और 5-10 फुट नीचे चला गया है. मारवाड़ी आई स्कूल, अखाड़ाघाट, चंदवारा, ब्रह्मपुरा जैसे निगम द्वारा संचालित आधा दर्जन पंप अपनी पूरी क्षमता से पानी नहीं दे पा रहे हैं. इससे शहर के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में पानी की किल्लत बढ़ गई है.
शहर के इस इलाके में पानी के लिए त्राहिमाम
नगर निगम जल कार्य शाखा के प्रभारी उपेंद्र कुमार सिंह ने स्थानीय मीडिया इस बारे में बात करते हुए बताया है कि सभी पंप कार्यरत हैं, लेकिन भूजल स्तर की कमी के कारण कई पंप पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे. इससे सबमर्सिबल पंपों की डिस्चार्ज क्षमता प्रभावित हुई है और दूर-दराज के इलाकों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. निगम प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से पानी पहुंचा रहा है, लेकिन वार्ड 31 की पार्षद ने बताया है कि एक टैंकर से सभी निवासियों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही हैं. विशेषकर कच्ची पक्की, इंद्रा कॉलोनी, बजरंग नगर और रामदयालू रोड में लोग पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं.
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