Bihar News: प्रदेश के आधा दर्जन बड़े शहरों में नगर निगम का नया मुख्यालय भवन बनेगा. रेवेन्यू मॉडल के आधार पर बनने वाले इन बहुद्देशीय भवनों में एक छत के नीचे मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षदों के बैठने के साथ ही जनसुविधाएं दिए जाने की व्यवस्था होगी. इनके साथ सामुदायिक भवन व कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनेंगे, जिसे उचित सरकारी दर पर आम लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा. नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसको लेकर शहरी निकायों से डीपीआर सहित प्रस्ताव मांगा है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर सहित आधा दर्जन बड़े शहरों में पुराने भवनों की जगह नये भवन बनाये जाने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर निकायों से जमीन चिह्नित कर डीपीआर मांगी गयी है.
सामुदायिक भवन व कॉन्फ्रेंस हॉल का भी होगा निर्माण
प्रस्ताव के अनुसार, प्रशासनिक भवन बहुद्देश्यीय होंगे. टैक्स कलेक्शन को लेकर भी काउंटर होंगे. इससे नगर निगम को काम करने में सुविधा होगी. जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए इसमें सामुदायिक भवन व कॉन्फ्रेंस हॉल आदि का भी निर्माण किया जायेगा, जिसकी विवाह या अन्य समारोह के लिए बुकिंग की जा सकेगी. इसका राजस्व नगर निगम ही रखेंगे और भवन के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी उनकी ही होगी.
पहले चरण में पटना के लिए राशि स्वीकृत
पहले चरण में राजधानी पटना के पटना नगर निगम मुख्यालय के साथ ही इसके तीन अंचल कंकड़बाग, पाटलिपुत्र और बांकीपुर अंचल में जमीन चिह्नित कर भवन निर्माण को लेकर राशि की स्वीकृति दे दी गयी है. बांकीपुर अंचल में वार्ड संख्या 36 में राजेंद्रनगर पुल के समीप और कंकड़बाग में वार्ड संख्या 34 में गायत्री मंदिर के पास नये प्रशासनिक भवन का निर्माण करीब 14.50-14.50 करोड़ की राशि से होगा. वहीं, पाटलिपुत्र अंचल में एसकेपुरी पार्क के पास 14.95 करोड़ से प्रशासनिक सह बहुद्देश्यीय भवन बनाया जाएगा. पटना के नूतन राजधानी अंचल, पटना सिटी अंचल और अजीमाबाद अंचल के भवन निर्माण का भी प्रस्ताव है.