Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए कई साल हो चुके हैं, लेकिन शराब माफिया कानून को धता बताते हुए नई-नई तरकीबों से तस्करी का खेल खेल रहे हैं. ऐसा ही एक बड़ा खुलासा हुआ है मुजफ्फरपुर जिले में, जहां मद्य निषेध थाना और स्थानीय पुलिस ने दो अलग-अलग कार्रवाई में विदेशी शराब की भारी खेप बरामद की है. एक ओर शराब को ट्रक के केबिन में गुप्त तहखाना बनाकर छुपाया गया था, वहीं दूसरी ओर भूसे के ढेर में छिपाकर शराब को नजरों से दूर रखने की कोशिश की गई थी.
ट्रक के तहखाने में छिपा था नशे का जखीरा
मद्य निषेध थाना को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ट्रक में शराब की खेप लाई जा रही है. सूचना मिलते ही पुलिस ने कांटी थाना क्षेत्र के सुधा डेयरी के पास चेकिंग अभियान शुरू किया. वहां नागालैंड नंबर के एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया. तलाशी के दौरान ट्रक के केबिन के भीतर एक ऐसा गुप्त तहखाना मिला, जिसमें विदेशी शराब के कई कार्टन छुपाकर रखे गए थे.
पुलिस ने मौके से ट्रक मालिक अजय कुमार, निवासी बरबीघा (शेखपुरा) और खलासी सोनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अजय कुमार ने बताया कि वह हाजीपुर से 2000 कार्टन मिनरल वाटर लेकर गुवाहाटी जा रहा था, लेकिन दरभंगा मोड़ के पास शराब की डिलीवरी देनी थी. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि ट्रक चालक पहले भी शराब तस्करी के मामलों में लिप्त रहा है.
भूसे के ढेर में छिपाई गई थी शराब
इसी दिन गायघाट थाना क्षेत्र के डकराहा गांव में दूसरी बड़ी कार्रवाई हुई. यहां उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली कि एक झोपड़ी के अंदर भूसे के ढेर में अवैध शराब छिपाकर रखी गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की तो झोपड़ी के पीछे छिपाए गए शराब के दर्जनों बोतल और कार्टन बरामद किए गए. इस मामले में चंदेश्वर राय और मिथिलेश कुमार को हिरासत में लिया गया है.
मद्य निषेध थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह ने बताया कि मुजफ्फरपुर में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है. इन दोनों कार्रवाई में विदेशी शराब के साथ एक ट्रक और तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अब तस्करी के इस नेटवर्क के पीछे के मुख्य सरगनाओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
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