कई अन्य वायरस भी हैं जो उल्टी और दस्त का कारण बन सकते उल्टी-दस्त से मौतें रोकने को स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट, गाइडलाइन जारी रोटावायरस व एडेनोवायरस भी हो सकते हैं दस्त का कारण, बच्चों के लिए गंभीर जोखिम बिना दस्त के उल्टी होने पर भी तत्काल जांच कराएं, पेट के कीड़े से ज्यादा गंभीर हो सकता है मामला वरीय संवाददाता मुजफ्फरपुर जिले में उल्टी-दस्त से होने वाली मौतों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई गाइडलाइन जारी की है. इसमें स्पष्ट किया गया है कि केवल कुछ ही नहीं, बल्कि रोटावायरस, एडेनोवायरस और कई अन्य वायरस भी उल्टी और दस्त का कारण बन सकते हैं. यह बच्चों के लिए एक बड़ा जोखिम है, जो कभी-कभी गंभीर रूप ले सकता है. जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे दस्त पखवाड़े के दौरान यदि किसी बच्चे को उल्टी और दस्त हो रहे हों, तो उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए. बिना दस्त के उल्टी होने पर रहें अधिक सतर्क गाइडलाइन में यह भी बताया गया है कि ज़्यादातर उल्टी पेट के कीड़ों के कारण होती है. हालांकि, यदि आपके बच्चे को बिना दस्त के उल्टी हो रही है और यह कई दिनों तक बनी रहती है या आपको उसमें खून दिखाई देता है, तो तुरंत जांच करवाएं. डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि ऐसी स्थिति पेट के कीड़ों से कहीं ज़्यादा गंभीर हो सकती है और इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी बच्चे को उल्टी होती है, तो आमतौर पर दस्त होने की भी उम्मीद की जा सकती है. ऐसे बच्चे को आमतौर पर 24 घंटों के भीतर अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए. आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगी जागरूक डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि दस्त पखवाड़े के दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर ऐसे बच्चों की पहचान करेंगी, जिन्हें दस्त व उल्टी की समस्या है. इसके साथ ही, वे बच्चों के माता-पिता को इस समस्या के होने पर तत्काल क्या कदम उठाएं, इसकी जानकारी भी देंगी. यह पहल उल्टी-दस्त से बच्चों को बचाने और उन्हें समय पर उचित इलाज दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगी.
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