मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
कुढ़नी प्रखंड में सरकारी राशि के गबन के एक गंभीर मामले में तत्कालीन पंचायत सचिव अवधेश कुमार सिंह पर अब विभागीय कार्यवाही की तलवार लटक रही है. अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी (डीपीआरओ) से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है ताकि कार्यवाही को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके. यह मामला 2022 का है, जब कुढ़नी बीडीओ ने पंचायत सचिव के खिलाफ ₹13.25 लाख के सरकारी राशि के गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस आरोप के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.क्या है मामला?
आरोप है कि अवधेश ने आंगनबाड़ी से जुड़ी तीन योजनाओं के लिए स्वीकृत कुल ₹18.75 लाख में से तीन किस्तों में ₹5.75 लाख, ₹2.25 लाख और ₹5.25 लाख यानी कुल ₹13.25 लाख की राशि निकाल ली थी. लेकिन, इन योजनाओं का काम अधूरा छोड़ दिया गया. विभाग ने उन्हें कई बार पत्र लिखकर काम पूरा करने या राशि लौटाने को कहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद विभाग ने इसे गबन मानते हुए एफआईआर दर्ज कराई.मामले की गंभीरता को देखते हुए, कुढ़नी के बाद जिन अन्य प्रखंडों- औराई व बंदरा में भी अवधेश ने काम किया था, वहां से भी रिपोर्ट मंगवाई जा रही है. इसका उद्देश्य यह है कि सभी तथ्यों को संकलित करके आगे की कानूनी और विभागीय प्रक्रिया पूरी की जा सके. बताया जा रहा है कि आरोपित पंचायत सचिव की पत्नी ने विभागीय कार्यवाही को स्थगित करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद जांच अधिकारी ने डीपीआरओ से पूरी स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है. अब जल्द ही इस मामले में विभागीय कार्यवाही शुरू होने की उम्मीद है.
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