सावन के पवित्र महीने में कांवरियों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए तैयारियां
तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बनेंगे विशेष वार्ड, दवाओं और चिकित्सकों की व्यवस्था
शनिवार से सोमवार तक होगी विशेष व्यवस्था, ड्यूटी पर रहेंगे चिकित्सक 24 घंटे
गंभीर बीमारियों के लिए अलग से बेड व आवश्यक दवाइयों की सुविधा उपलब्ध
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सावन के पवित्र महीने में बाबा गरीबनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए आने वाले कांवरियों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. विभाग ने तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी)—कुढ़नी, तुर्की और अघोरिया बाजार—में विशेष वार्ड स्थापित करने का निर्णय लिया है, जहा गंभीर रूप से बीमार कांवरियों का उपचार किया जाएगा.पीएचसी में 24 घंटे चिकित्सक और दवाइयां
इन विशेष वार्डों में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी और 24 घंटे चिकित्सकों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी. यह व्यवस्था शनिवार से सोमवार तक प्रभावी रहेगी, जब कांवरियों की भीड़ सबसे अधिक होती है. सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने बताया कि चिकित्सकों की ड्यूटी 24 घंटे के लिए रोस्टर के अनुसार निर्धारित की गयी है.21 कैंपों में भी मिलेगी मेडिकल सुविधा
इसके अलावा, 21 स्थानों पर आयोजित कैंपों में दो चिकित्सक और दो पारा मेडिकल स्टाफ तैनात किए जाएंगे. इन कैंपों में आवश्यक दवाइयां और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, साथ ही एंबुलेंस भी तैनात रहेगी ताकि आपात स्थिति में कांवरियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके.ड्यूटी रोस्टर और सुविधाओं का लक्ष्य
डॉ. कुमार ने बताया कि चिकित्सकों की ड्यूटी सावन की पहली सोमवारी से ही शुरू हो जाएगी. ड्यूटी का समय इस प्रकार निर्धारित किया गया है:सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक: दो चिकित्सक
दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक: दो चिकित्सक
रात 10 बजे से सुबह 10 बजे तक: दो चिकित्सक
स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कांवरियों को किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े और यदि कोई समस्या हो, तो उन्हें तुरंत इन विशेष वार्डों में भर्ती कर समुचित उपचार दिया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है