जिला व सत्र न्यायाधीश ने किया दत्तक ग्रहण केंद्र, किशोर न्याय परिषद् और बालगृह का निरीक्षण उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर सोमवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष श्वेता कुमारी सिंह द्वारा विशिष्ट दतक ग्रहण संस्थान, किशोर न्याय परिषद और बालगृह का निरीक्षण किया. इस मौके पर विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव जयश्री कुमारी मौजूद थीं. विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के निरीक्षण के क्रम में संस्थान की अधीक्षक अनुपमा ने बताया कि वर्तमान में संस्थान में सात बच्चे रह रहे हैं, जिनमें तीन लड़कें और चार लड़कियां हैं. इसमें से तीन लड़कियां सिजोफ्रेनिया से ग्रसित है. तीनों बच्चों की चिकित्सा एसकेएमसीएच के विशेषज्ञ चिकित्सकों से करायी जा रही है. विशेष देखभाल में रह रहे बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच हेतु केजरीवाल अस्पताल के डॉ राजीव श्रीवास्तव हर मंगलवार को स्वास्थ्य जांच के लिए प्रतिनियुक्त हैं. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अधीक्षक को बच्चों की देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करने और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य हेतु हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया. किशोर न्याय परिषद व बालगृह के निरीक्षण में बच्चों से मुलाकात कर उनके हाल-चाल की जानकारी ली. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने बालगृह का भी निरीक्षण किया. अधीक्षक अविनाश कुमार ने बताया गया कि यहां 41 बच्चे रह रहे हैं, जिनमें से 23 बच्चे विशेष देखभाल में हैं. इन बच्चों की स्वास्थ्य जाच हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य में कैंप लगा करता है. अधीक्षक ने बताया कि विशेष देखभाल में रह रहे बच्चों की प्राथमिक शिक्षा वर्तमान में विशिष्ट स्वयंसेवक चंद्रभूषण कुमार के द्वारा करायी जाती है. अपचारीगृह द्वारा सभी बच्चे देखभाल में मुस्तैदी से लगे रहते हैं और उनके हाल चाल के बारे में जानकारी ली. सभी बच्चों को उनके बेहतर भविष्य के लिए पढ़ाई की अहमियत बतायी गयी. किसी भी प्रकार की समस्या आने पर नज़दीकी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने की सलाह दी गयी.
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