बूढ़ी गंडक नदी के रतवारा-ढोली पर पुल निर्माण की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार से रतवारा में शुरू हुई आमरण अनशन गुरुवार को भी जारी रहा. हालांकि गुरुवार को एसडीएम और राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल, एमएलसी कारी सोहैब, मीनापुर के विधायक मुन्ना यादव समेत कई वरीय नेता अनशन तुड़वाने पहुंचे लेकिन अनशनकारियों ने इनकी बात नहीं मानी. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एवं जिलाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.
अनशनकारियों का नेतृत्व कर रहे श्यामकिशोर ने बताया कि यह आंदोलन का मंच है न किसी राजनीतिक दल का. जो भी संगठन या राजनीतिक दल जनता की इन मांगों के साथ है. उनका यहां पर स्वागत है. हमें केवल अपनी मांगों से सरोकार है. उन्होंने कहा कि जबतक मांगे पूरी नहीं होगी. अनशन जारी रहेगा. विधायक एवं उनके समर्थक द्वारा अनशन वापस लेने के बाद अब अनशन पर महेशपुर के श्यामकिशोर, मेघ रतवारा के अवधेश कुशवाहा, अमरेश कुमार, मतलुपुर के सीताराम प्रसाद, आलोक पाठक, रामपुरदयाल के कृष्णमोहन कन्हैया, उमेश झा और सुंदरपुर रतवारा के पवन ठाकुर बैठे हुए हैं. गुरुवार को श्यामकिशोर की हालत बिगड़ गयी. पीएचसी प्रभारी डॉ नौशाद अहमद के नेतृत्व में तैनात मेडिकल टीम ने उपचार किया. इधर, विधायक निरंजन राय ने बताया कि हमको जब जानकारी मिली की लोग पुल के लिए अनशन पर बैठे हुए हैं. तब हम अनशन स्थल पर पहुंच कर अनशन कर रहे लोगों से अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया. अनशन स्थल पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार जहां जहां विपक्ष के विधायक है वहां विकास के योजनाओं की स्वीकृति देने मे भी भेदभाव करती है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि हमलोग पुल की स्वीकृति दिलाने की भरसक प्रयास करेंगे. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोला यादव ने कहा कि सरकार बनने के दो महीने के अंदर इसका निर्माण शुरु करा दिया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है