: पुलिस लूटे गए दोनों मोबाइल का खंगाल रही सीडीआर : तीन संदिग्ध को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ : नौ लाख की ज्वेलरी के साथ दो लाख कैश ले गये थे हत्यारे संवाददाता, मुजफ्फरपुर काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर रामराजी रोड में मनरेगा के पंचायत रोजगार सेवक मो. मुमताज अहमद (38) की निर्मम हत्याकांड के खुलासे में एसआइटी की टीम जुटी हुई है. मृतक के भाई की ओर से थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उसके भाई को हत्या के सात दिन पहले से दोनों मोबाइल पर धमकी मिल रही थी. छह जुलाई को भी बार- बार मोबाइल पर कॉल करके जान मारने की धमकी दिया गया था. घटना को लेकर मुश्ताक अहमद ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि वह मूल रूप से वैशाली जिला के पातेपुर के हरलोचनपुर थाना के डढुआ गांव के रहने वाले हैं. उनका छोटा भाई मो. मुमताज अहमद जो भगवानपुर ब्लॉक में पीआरएस के पद पर कार्यरत था. वह शहर के माड़ीपुर चित्रगुप्तपुरी स्थित आवास पर अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहता था. बीते सात जुलाई की रात 12:30 से तीन बजे के बीच में छह से सात की संख्या में अपराधी प्रथम तल पर चढ़कर कटर से ग्रिल व जाली को काट कर हत्या के नियत से कमरे में प्रवेश कर गया. हत्या के नियत से छुड़ा से उसके भाई की गला रेतकर हत्या कर दी. इसी क्रम में उसके भाई की पत्नी सबा फिरदौस को अपराधी चाकू की नोक पर लेकर गोदरेज व घर में रखे सारा पेटी व बक्सा के लॉक को खुलवाया. जिसमें लगभग 10 भर सोना जिसकी कीमत करीब आठ लाख, चांदी का जेबर करीब 20 भर जिसकी कीमत करीब एक लाख और दो लाख नकदी के साथ घर में लगा सीसीटीवी का हार्ड डिस्क लूटकर अपने साथ ले गए. अपराधी उसके भाई व उसकी पत्नी का मोबाइल फोन भी अपने साथ लेकर चले गए. पुलिस आयी तो शव के पास एक छुड़ा बरामद हुआ. इधर, हत्यारें का सुराग लगाने के लिए लगातार पुलिस टीम की रेड जारी है. इस दौरान तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. टेक्निकल सेल लगातार लूटे गए दोनों मोबाइल फोन का लोकेशन ट्रेस कर रही है.
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