मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर औराई अंचल अधिकारी और एक तत्कालीन राजस्व कर्मचारी पर ₹1 करोड़ 12 लाख से अधिक की अग्रिम राशि का हिसाब न देने का गंभीर आरोप लगा है. औराई प्रखंड विकास पदाधिकारी) ने कई बार पत्र भेजकर निकाली गई राशि का ब्योरा प्रस्तुत करने और उसका समायोजन करने का निर्देश दिया है, लेकिन सालभर से अधिक समय बीत जाने के बावजूद कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. जानकारी के अनुसार, औराई सीओ कार्यालय के स्तर से ₹99 लाख 64 हजार 800 की अग्रिम राशि चेक के माध्यम से आवंटित की गयी थी. वर्ष 2022 से इस राशि के समायोजन के लिए सीओ से लगातार पत्राचार किया जा रहा है. जिला मजिस्ट्रेट की समीक्षा बैठकों में भी इस मामले पर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं. करीब एक साल पहले सीओ ने इस राशि के खर्च से संबंधित ब्योरा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इसका समायोजन नहीं किया गया है. इसी तरह, तत्कालीन राजस्व कर्मचारी ने प्रखंड नजारत से ₹11 लाख 95 हजार 220 की राशि ली थी. यह राशि किस मद में खर्च की गई, इसका ब्योरा भी अब तक नहीं दिया गया है. संबंधित राजस्व कर्मचारी का तबादला हो चुका है और वह वर्तमान में गायघाट अंचल कार्यालय में तैनात हैं.औराई बीडीओ ने सीओ और राजस्व कर्मचारी को रिमाइंडर भेजा है और शीघ्र निकासी की गई राशि का ब्योरा देने को कहा है. बीडीओ ने राजस्व कर्मचारी पर इस राशि का हिसाब नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.
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