– सरकार को ज्ञापन सौंपकर इस पर विचार करने का किया आग्रह – ट्रैफिक सुधार के बजाये चालान वसूली में लगा पूरा तंत्र वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों के कट रहे चालान पर बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने सरकार को ज्ञापन सौंपकर इस पर विचार करने का आग्रह किया है. आम जनता से लेकर बस मालिक अनावश्यक रूप से कट रहे चालान से प्रताड़ित हो रहे हैं. सरकार इस पर सकारात्मक पहल नहीं करती है तो फेडरेशन अपनी इन मांगों को लेकर हड़ताल करेगा, पेट्रोलिय एसोसिएशन ने भी हड़ताल में समर्थन की बात कही है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ट्रैफिक सुधार के बजाये पुलिस व ट्रैफिक केवल चालान काटने में जुटी हुई है. पटना में शहर से आठ किमी दूर प्राइवेट बस को स्टैंड मिला, जब पुल के पास कोई यात्री चढ़ने के लिए बस रोकने का इशारा करते है तो बस के रोकते ही सड़क किनारे खड़े पुलिस वाले फोटों खींचकर चालान काट देते हैं. वहीं शहर में भी पार्किंग की जगह कही नहीं है, सड़क किनारे दो मिनट के लिए गाड़ी रोकी नहीं की गाड़ी का फोटो खींचकर चालान कर दिया जाता है. मेट्रो सिटी में सिग्नल चालू होने पर ही होता चालान बड़े बड़े मेट्रो सिटी में जब तक सिग्नल चालू रहता है सुबह 9 से रात के 9 या 10 बजे तक तभी तक चालान कटता है. लेकिन यहां तो सीसीटीवी में देखकर सुबह छह बजे भी हेलमेट का चालान काट दिया जाता है. बड़े शहरों में अधिक चालान होने पर प्रत्येक तीन व छह माह पर लोक अदालत लगाकर अधिक चालान का एक दो चालान भुगतान का न निबटारा किया जाता है. वहीं पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एसएन झा ने कहा कि चालान ट्रैफिक सुधारने के लिए है. लेकिन यहां जिन्हें मोटर वाहन की तकनीकी जानकारी नहीं है वह चालान काट रहे हैं. जिस हैंड हेडलिंग डिवाइस से ट्रैफिक व पुलिस चालान काटती है उसमें गाड़ी का नंबर डालते ही गाड़ी के मॉडल सहित सभी जानकारी सामने होती है. बावजूद इसके उनके द्वारा गलत नंबर प्लेट का चालान कैसे काट दिया जाता है. आम जनता से हर वर्ग इससे परेशान है. चौरोहे व मोड़ पर जाम फंसा रहता है तो ट्रैफिक पुलिस वाले चालान काटने में जुटे रहते है. मोटर फेडरेशन के हड़ताल में पेट्रोलियम एसोएिशन साथ रहेगा.
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