::: डीएम की शिकायत के बाद कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में इंजीनियरों की टीम पहुंची गांवों में, स्थिति में कोई सुधार नहीं
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले के कटरा, औराई और बोचहां प्रखंड के कई गांवों में भीषण पेयजल संकट हो गया है. इससे हजारों ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोग अब सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. कटरा प्रखंड के लखनपुर, यजुआर पश्चिमी, यजुआर मध्य और मधेपुरा पंचायत के कई गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इन क्षेत्रों में पानी की कमी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, और लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन से नल-जल योजना के तहत पानी नहीं आने की शिकायत की थी, जिसके बाद कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में इंजीनियरों की एक टीम ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया. हालांकि, समस्या अभी भी बनी हुई है. बोचहां प्रखंड में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं. नरकटिया सहिला रामपुर में पानी की गंभीर समस्या के चलते लोग सड़कों पर उतर आये हैं और हंगामा कर रहे हैं. वहीं, औराई प्रखंड के घनश्यामपुर पंचायत और सहिला बल्ली में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
बारिश के बाद भी नहीं सुधर रही भू-जल स्तर
इस भीषण संकट का मुख्य कारण भू-जल स्तर का सामान्य से काफी नीचे चले जाना है. आलम यह है कि अधिकांश चापाकल सूख गये हैं, और लोगों के घरों में लगे सामान्य मोटर भी अब पानी नहीं खींच पा रहे हैं. यह स्थिति तब और भी चिंताजनक हो जाती है जब हाल के दिनों में कुछ बारिश भी हुई है, फिर भी भू-जल स्तर में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है. इसके अतिरिक्त, नल-जल योजना से जुड़े कई बोरिंग खराब होने के कारण भी कई पंचायतों में पानी की आपूर्ति बाधित है. सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना, जिसका उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है, इन क्षेत्रों में अपनी सार्थकता खोती नजर आ रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है