फोटो : दीपक – 1
:: अंकपत्र नहीं मिलने और डिग्री के मामले लगातार आ रहे सामने
:: परीक्षा नियंत्रक ने कई मामलों का किया ऑनस्पॉट निष्पादन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में सोमवार को छात्र संवाद का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न जिलों से पहुंचे छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्याएं अधिकारी के समक्ष रखीं. सीतामढ़ी ने पहुंचे छात्र धीरज कुमार ने शिकायत किया कि उसने 2019 में ही स्नातक उत्तीर्ण कर लिया. परिणाम भी आ गया, लेकिन अबतक उसे काॅलेज से अंकपत्र नहीं दिया गया. कॉलेज की ओर से कहा गया कि अंकपत्र विश्वविद्यालय की ओर से अबतक नहीं भेजा गया है. आरडीएस कॉलेज के छात्र आयुष ने कहा कि 2021-24 सत्र में उसने स्नातक उत्तीर्ण किया है. प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के अंकपत्र में ऑनर्स विषय गलत हो गया था. इसमें सुधार के लिए उन्होंने आवेदन दिया था. अंकपत्र जमा भी करा दिया, लेकिन सुधार कर नया अंकपत्र अबतक उसे नहीं दिया गया है. छात्र ने कहा कि अंकपत्र नहीं मिलने के कारण वह आगे नामांकन नहीं ले पा रहा है. रमन राज ने डिग्री के लिए आवेदन दिया. कहा कि आवेदन के बाद उसकी पावती पूर्व में भी काउंटर पर दी थी, लेकिन डिग्री अबतक नहीं बनी. अन्य छात्र-छात्राओं ने भी अपनी समस्याओं से अधिकारी को अवगत कराया.
परीक्षा नियंत्रक प्रो.राम कुमार ने बताया कि छात्र संवाद में जो मामले आये. उनमें से अधिकतर का उसी समय समाधान कर दिया गया. उन्होंने कहा कि काउंटर पर डिग्री या अन्य प्रमाणपत्रों के लिए जो आवेदन प्राप्त हो रहे हैं. उन्हें निर्धारित अवधि में प्रमाणपत्र दिया जा है. किसी विद्यार्थी का परिणाम पेंडिंग हो या अन्य कोई कारण की स्थिति में प्रमाणपत्र मिलने में देरी होती है. पेंडिंग के मामलों का उसी समय निष्पादन किया जा रहा है. विद्यार्थियों को परेशानी नहीं हो इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है