वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में ग्रामीण चिकित्सकों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. प्रशिक्षण में कालाजार और फाइलेरिया के मामलों की पहचान करने के साथ ही समय पर संदर्भित करने के लिए ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका और महत्व के संबंध में बताया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य कालाजार और फाइलेरिया के खिलाफ जंग में सूचना दाताओं को प्रशिक्षित करना और इन बीमारियों के उन्मूलन में मदद करना है. कार्यक्रम का लक्ष्य कालाजार के छुपे हुए मरीजों की खोज करना है. साथ ही संभावित कालाजार एवं फाईलेरिया के मरीजों को जल्द से जल्द पहचान कर समुचित जांच व इलाज के लिए संबंधित स्वास्थ्य संस्थान पर भेजना है, जिससे कि हम कालाजार उन्मूलन एवं इसके फैलाव को रोक सकें. साथ ही ग्रामीण चिकित्सकों से फाईलेरिया उन्मूलन हेतु नवंबर माह में होने वाले नाइट बल्ड सर्वे एवं फाइलेरिया मरीजों के दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाने में सहयोग करने, सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान गलत भ्रांतियां, उल्टी, दस्त और चक्कर आने जैसे लक्षणों से बचाव करने और फाइलेरिया मरीज को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर बुलाकर एमएमडीपी कीट देनें और फाइलेरिया रोगी को इस कीट इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षण में सहयोग करने की अपील की. मौके पर बीएचएम भास्कर शर्मा, पिरामल प्रोग्राम लीड इफ्तिखार अहमद खान, गांधी फेलो नयन, आरएचपी प्रेसिडेंट राजीव कुमार, ग्रामीण चिकित्सकों सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे.
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