मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर और उत्तर बिहार के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित हवाई कनेक्टिविटी का सपना अब साकार होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ”उड़ान” (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत पताही हवाई अड्डे को छोटे विमानों के परिचालन के लिए तैयार किया जा रहा है. इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार करते हुए बिहार राज्य मंत्रिपरिषद ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नई दिल्ली और राज्य सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है.इसके साथ ही एयरपोर्ट के विकास के लिए 25 करोड़ की पहली किस्त भी मिल गयी है. यह एमओयू पताही हवाई अड्डे को विकसित करने और उसे परिचालन योग्य बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है. इस पहल से मुजफ्फरपुर सहित समूचे उत्तर बिहार में हवाई संपर्क में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिससे न केवल व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आम जनता के लिए भी यात्रा सुगम हो जायेगी. ”उड़ान” योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे शहरों और कस्बों को हवाई मार्ग से जोड़ना है, ताकि हवाई यात्रा को अधिक सुलभ और किफायती बनाया जा सके. पताही हवाई अड्डे का विकास इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा. छोटे विमानों के उड़ान भरने से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भी त्वरित आवागमन संभव हो सकेगा. यह क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति प्रदान करेगा और नए रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा. सरकार का यह कदम क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने और आम आदमी के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाने की दिशा में एक दूरदर्शी पहल है. जल्द ही, मुजफ्फरपुर के लोग पताही हवाई अड्डे से छोटे विमानों में उड़ान भरने का अनुभव कर पायेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है