:: स्थानीय लोगों के सहयोग से आरपीएफ ने खदेड़ कर पकड़ा, ट्रेन के सी-2 कोच का 43-44 नंबर शीशा क्षतिग्रस्त
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सोमवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन से पाटलिपुत्र के लिए रवाना हुई गाड़ी-26502 वंदे भारत एक्सप्रेस पर बीबीगंज इलाके में एक बार फिर पत्थर फेंका गया. जिससे ट्रेन के सी-2 कोच का 43-44 नंबर शीशा क्षतिग्रस्त हो गया. गनीमत रही कि त्वरित कार्रवाई करते हुए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने स्थानीय लोगों की मदद से पत्थरबाज को मौके से ही धर दबोचा. घटना के वक्त आरपीएफ की टीम यार्ड में ट्रेन के खुलने के दौरान निगरानी कर रही थी. पत्थर फेंकने के तुरंत बाद टीम ने आरोपी का पीछा किया और स्थानीय निवासियों के सहयोग से उसे घेरकर पकड़ लिया. पत्थरबाज की पहचान सुरेश सहनी के रूप में हुई है, जो गोरैया डीह, कुढ़नी थाना क्षेत्र का निवासी है और वर्तमान में बीबीगंज इलाके में रहता है. आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार खुद स्थिति की निगरानी कर रहे थे. आरपीएफ के अनुसार पूछताछ में सामने आया कि सुरेश सहनी नशे की हालत में था. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरी
जानकारी के अनुसार वह कुढ़नी थाना क्षेत्र के एक पुराने मामले में पहले भी जेल जा चुका है. इस घटना के बाद बीबीगंज इलाके में कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया. बता दें कि एक महीने के भीतर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की तीसरी घटना है.
अब तक पत्थरबाजी की घटना
– 30 जून को मोतीपुर के पास पत्थर चलने से सी-5 कोच का शीशा टूटा.
– 13 जुलाई को मोतीपुर-मेहसी के बीच पत्थरबाजी में सी-6 कोच पर पत्थरबाजी
– 14 जुलाई को बीबीगंज पर पत्थरबाजी से सी-2 कोच का शीशा टूटा.
लगातार हो रही घटना से सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रही इन घटनाओं ने रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. रेलवे प्रशासन इन घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कह रहे है, लेकिन यात्रियों में चिंता बनी हुई है. इन घटनाओं से वंदे भारत जैसी ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, जिसके लिए रेलवे को तत्काल प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है