मुसहरी, कांटी और मरवन के अंचलाधिकारी और राजस्व अधिकारियों पर जुर्माना लगेगा
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरगर्मी के बढ़ते प्रकोप और गिरते भूजल स्तर के मद्देनजर, जिलाधिकारी ने ””हर घर नल का जल”” योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष जोर दिया है. आगामी बुधवार और गुरुवार को जिले की सभी 373 पंचायतों में एक विशेष अभियान चलाकर नल-जल योजना की जांच की जाएगी. इस अभियान के तहत अधिकारी क्षेत्र भ्रमण कर योजना की खामियों को देखेंगे और विस्तृत रिपोर्ट देंगे. इसके आधार पर तत्काल अपेक्षित कार्रवाई की जायेगी. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अभियंताओं को प्रखंडवार और पंचायतवार भ्रमण कर नल-जल की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. उप विकास आयुक्त को नियमित साप्ताहिक समीक्षा कर जिले में नल-जल की सुदृढ़ व्यवस्था सुनिश्चित करने और वार्ड सदस्यों/मुखिया से फीडबैक लेने को भी कहा गया है. बुधवार को समीक्षा के क्रम में डीएम ने निर्धन व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने पर बल दिया.
दाखिल-खारिज के मामलों की समीक्षा में पाया गया कि जिला स्तर पर 67.85% मामलों का निष्पादन हुआ है. अंचलवार प्रदर्शन में काफी भिन्नता दिखी. जहां मोतीपुर (89.58%), मुरौल (86.40%) जैसे अंचलों का प्रदर्शन बेहतर रहा, वहीं मुसहरी (53.22%), कांटी (55.26%) और मरवन (56%) का प्रदर्शन 60% से कम पाया गया. मुसहरी, कांटी और मरवन के अंचलाधिकारी और राजस्व अधिकारियों पर जुर्माना लगाने तथा यदि सुधार न हो या जुर्माना जमा न किया जाए तो प्रपत्र ””क”” गठित करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी को दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है