मुजफ्फरपुर. पर्यावरणविद् सुरेश गुप्ता ने सोमवार को बैरिया में प्रेसवार्ता कर कहा कि शाही लीची के पेड़ अब कम होते जा रहे हैं, जिससे हमारे जिले की पहचान कम होती जा रही है. इसे बरकरार रखने के लिए लीची के विभिन्न उत्पादों का निर्माण जरूरी है, जिससे सालों भर यह शहर लीची के लिए प्रसिद्ध रहे. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे पिछले 36 दिनों से अभियान चला रहे हैं. लोगों को लीची का बुके दुकर उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चित्रकला में भी लीची थीम का उपयोग किया जाना चाहिए. इस मौके पर सरला श्रीवास केंद्र के सुनील कुमार मौजूद रहे.
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