::: नेशनल क्लीन एयर प्रोगाम के तहत नयी सड़कों की चयन के लिए सर्वे शुरू
:: मुख्य के साथ गली-मोहल्ले की भी बड़ी सड़कों को मिलेगी प्राथमिकता
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहर की सड़कों की अनावश्यक ऊंचाई बढ़ने की समस्या अब जल्द ही खत्म होगी. नगर निगम ने फैसला लिया है कि अब जर्जर सड़कों की मरम्मत के लिए पीसीसी (प्लेन सीमेंट कंक्रीट) ढलाई के बजाय अधिक से अधिक सड़कों का कालीकरण (डामरीकरण) कराया जायेगा. यह पहल नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप) के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य शहर में वायु प्रदूषण को कम करना भी है. नगर निगम इसके लिए शहर की उन बड़ी और मुख्य सड़कों का सर्वे कर रहा है, जिनका पीसीसी निर्माण हो चुका है और वे अब जर्जर स्थिति में हैं. खासकर, उन सड़कों को प्राथमिकता दी जायेगी जो एक से दूसरे वार्ड को जोड़ती हैं या शहर के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर स्थित हैं. महापौर निर्मला साहू ने कहा है कि आने वाले दिनों में शहर में कोई भी जर्जर सड़क नहीं रहेगी. सभी का निर्माण होगा. इसके लिए निगम पदाधिकारी एवं इंजीनियरों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. निगम के पास पैसे की कोई कमी अब नहीं रह गयी है. सरकार भी विकास के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध करा रही है.आरसीडी की सड़कों का पहले से ही हो रहा कालीकरण
शहर की अधिकतर मुख्य सड़कें पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) के अधीन हैं, जबकि कुछ सड़कें नगर निगम बनाता है. आरसीडी के अधीन आने वाली सड़कों के लिए तो पीसीसी ढलाई के बाद कालीकरण की कार्ययोजना पहले से तैयार थी, लेकिन नगर निगम इसमें पीछे था. अब एनकैप के तहत नगर निगम भी सड़कों का कालीकरण ही करायेगा, जिससे सड़कों की ऊंचाई बढ़ने की समस्या से निजात मिलेगी.एनकैप के तहत चार सड़कों का निर्माण जारी
वर्तमान में शहर में चार बड़ी प्रमुख सड़कों का निर्माण नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप) के तहत चल रहा है. इनमें मिठनपुरा चौक से पी एंड मॉल होते हुए इमलीचौक, चंद्रलोक ब्रिज के मुहाने से कलमबाग चौक-गन्नीपुर होते हुए रामदयालुनगर स्टेशन तक, और सदर अस्पताल रोड का निर्माण शामिल है. इसके अलावा, लेनिन चौक से मझौलिया गुमटी तक की सड़क का निर्माण भी कालीकरण से ही होगा, जिसका चयन भी एनकैप के तहत किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है