मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मीनापुर के तत्कालीन पंचायत सचिव पर नलकूप योजना के क्रियान्वयन में करीब डेढ़ लाख रुपये की सरकारी राशि के गबन का गंभीर आरोप लगा है. यह खुलासा तब हुआ जब एक लोक शिकायत में परिवाद दर्ज किया गया और उसके बाद जांच करायी गयी. प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) ने इस मामले की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी (डीएम) को भेज दी है और आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. आरोप है कि पंचायत सचिव ने नलकूप योजना के तहत मिलने वाली राशि का दुरुपयोग किया.यह है मामला
मीनापुर प्रखंड की ग्राम पंचायत राज-गौरीगामा के पूर्व पंचायत सचिव धर्मेंद्र प्रसाद सिंह पर 2019 में शुरू की गई नलकूप योजना में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था. यह मामला जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय के तहत दर्ज है. शिकायत के आलोक में वर्तमान पंचायत सचिव और पंचायत तकनीकी सहायक द्वारा एक संयुक्त जांच की गयी. जांच रिपोर्ट के अनुसार, नलकूप योजना की कुल प्राक्कलित राशि ₹12,02,263 थी. इसके विरुद्ध तत्कालीन पंचायत सचिव धर्मेंद्र प्रसाद सिंह ने 2019 में ₹3,37,500 की राशि निकाली थी. योजना स्थल के निरीक्षण से यह पता चला है कि शिकायत दर्ज होने के बाद पंप हाउस का निर्माण कार्य कराया गया है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग ₹1,55,000 प्रतीत होती है. यह दर्शाता है कि निकाली गयी पूरी राशि का उपयोग नहीं किया गया या फिर उसमें हेरफेर की गई है. मामले में आगे की जांच और कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है