मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के सर्वे का काम पूरा हो गया है. इस वित्तीय वर्ष में अभी तक चार लाख लाभार्थियों का नाम इस योजना के तहत जोड़ा जा चुका है. यह संख्या पिछले दो दशकों में सबसे अधिक है, जो एक वित्तीय वर्ष में इतने लाभार्थियों को आवास मिलने का एक नया रिकॉर्ड है. इसी क्रम में करीब 65 हजार सेल्फ सर्वे के माध्यम से पीएम आवास के लिए नाम जोड़ा गया है, जिसका अब वेरिफिकेशन होगा. दरअसल, सेल्फ सर्वे में आये नाम की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पक्का मकान वाले लोगों ने भी आवास के लिए आवेदन किया है.शहर के बीपीएल परिवार की बन रही सूची
शहरी गरीबों के लिए प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का उन्नत संस्करण, पीएम शहरी आवास योजना के लिए भी कार्रवाई शुरू हो गयी है. इस योजना के तहत अब लाभार्थियों का चयन कर सूची बनेगी. लाभुक को मकान बनाने के लिए दो लाख की जगह ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी. इस योजना का लाभ न केवल गरीब, बल्कि मध्यम वर्ग के परिवार भी उठा सकते हैं. योजना के अंतर्गत चार अलग-अलग तरीकों से सहायता प्रदान की जाएगी, जिनके पास अपनी जमीन है लेकिन मकान नहीं है, उन्हें सरकार मकान बनाने के लिए वित्तीय मदद देगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है