मुशहरी़ राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुशहरी में लीची पेय पदार्थों के सूक्ष्म प्रसंस्करण पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया़ उद्यमिता विकास के तहत आयोजित ट्रेनिंग में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश से 26 उद्यमी पहुंचे थे़ प्रशिक्षण में लीची स्क्वॉश, लीची आरटीएस (रेडी टू सर्व) और लीची से रसगुल्ला बनाने की तकनीकी जानकारी दी गयी. कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर अंकित कुमार ने किया. केंद्र के निदेशक डॉ. विकास दास ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण से प्रतिभागी स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. इससे उन्हें आजीविका का साधन तो मिलेगा ही, वे दूसरों को भी रोजगार दे सकेंगे. प्रशिक्षण में शैलेन्द्र कुमार (सदातपुर), रंधीर गुप्ता (प्रह्लादपुर), शारदानंद झा (मुरौल), अभिषेक (मोतिहारी), अनुष्का राज (समस्तीपुर), संजय कुमार (भागलपुर), इशिका (खुटाहा, साल्हा), खुशी (गोपालगंज), राजा शर्मा (बालूघाट), प्रेरणा प्रिया (प्रजापति नगर अतरदह), आदित्य आनंद (नामकुम, रांची), सत्यनारायण सहनी, प्रेम कुमार (सीतामढ़ी), सार्थक कश्यप (मझौलिया), हर्षित पांडेय (उत्तर प्रदेश), विक्की कुमार साह (सीतामढ़ी), अदिति तिवारी, अंकित तिवारी (भगवानपुर), अमन राज (कांटी), हितेश कुमार (चंदनपट्टी), अरुण कुमार (गायघाट) और आयुष राज (वैशाली) शामिल रहे. मौके पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अभय कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. भाग्य विजयन, तकनीकी अधिकारी उपज्ञा साह, यंग प्रोफेशनल चमन कुमार और परियोजना सहायक श्याम पंडित भी मौजूद रहे.
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