– एसी की डिमांड इतनी की पुराने स्टॉक में रखे एसी भी सेल आउट
– गर्मी की बेचैनी ऐसी की रात के दस बजे तक दुकान में पहुंच रहे खरीदार वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरबीते चार पांच दिनों से लगातार पड़ रही भीषण गर्मी से एसी, कूलर, स्टैंड फैन, टेबल फैन के बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है. औसतन एक दिन में 300 से 350 एसी की बिक्री हो रही है. इसकी अनुमानित कीमत करीब पौने दो करोड़ रुपये हैं. 40 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक के एसी की अच्छी खासी डिमांड है. वहीं इसके बाद आठ हजार से लेकर बीस हजार रुपये के कूलर की जबरदस्त डिमांड है. औसतन डेढ़ हजार के आसपास कूलर की बिक्री है. वहीं स्टैंड फैन और टेबल पर रखने वाले छोटे फैन की भी बिक्री जबरदस्त हो रही है. अभी इसकी बिक्री का आलम यह है कि दुकानदार अपने पुराने स्टॉक भी इसमें खाली कर दे रहे है. एक एसी मैकेनिक एक दिन में एवरेज आठ एसी की फिटिंग कर रहे है. वहीं सर्विसिंग में यह एक दर्जन से ऊपर है. ब्रांडेड कंपनियों के कूलर के मोटर व अन्य पार्टस सर्विस सेंटर में शॉट हो चुके है. ऐसे में कई ग्राहक गर्मी से बेचैन होकर पुराने कूलर को औने पौने दाम पर बेचकर नया कूलर खरीदने को मजबूर है. क्योंकि गर्मी ऐसी है कि जो लोगों के बरदाश्त से बाहर है. दुकानदार ग्राहकों को जीरो डाउन पेमेंट और मिनिमम डाउन पेमेंट पर एसी व कूलर उपलब्ध कराने का मैसेज भेज रहे है. दुकानों के बाहर चंद मिनटों में फिनांस सुविधा पर एसी व कूलर उपलब्ध कराने को लेकर पंपलेट और पोस्टर लगा रखे है. आलम यह है कि इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान जो शाम आठ बजे होते होते बंद होनी शुरू हो जाती है. अभी ग्राहक रात के दस बजे तक दुकानों पर पहुंचकर खरीदारी कर रहे हैं. दुकानदारों की माने तो कुछ विशेष मॉडल की जबरदस्त डिमांड है उसकी सप्लाई कंपनियां नहीं कर पा रही हैं. ग्राहकों की बस दो डिमांड है पहली यह है कि कम समय में कूलिंग अच्छी हो और दूसरी कि बिजली की खपत कम करे. नहीं थम रहा शाम के समय हर घंटे बिजली कटने का सिलसिला (फोटो माधव 5, 6)
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरबिजली कंपनी लाख दावा पेश करे लेकिन बिजली आपूर्ति सिस्टम में कोई खास सुधार होता नहीं दिखा रहा है. दिन में तो बिजली कटती ही है, लेकिन शाम से देर रात तक बिजली की आंख मिचौनी से लोग परेशान हो रहे हैं. हर घंटे व डेढ़ घंटे पर बिजली का कटना मानों तय रहता है. लेकिन वह 10 मिनट बाद आयेगी या एक घंटे बाद यह फॉल्ट पर निर्भर करता है. ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड होने के कारण उसके फ्यूज उड़ रहे हैं. प्रत्येक दिन पूरे जिले में दो से चार ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड के कारण जल भी रहे हैं. इसके अलावा हाइटेंशन लाइन के जंफर कटने और फ्यूज उड़ने की शिकायत भी खूब आ रही है. यह समस्या किसी खास एक इलाके की नहीं है, कुछ एक वीआइपी इलाकों को छोड़ दे तो बिजली की ट्रिपिंग से उपभोक्ता परेशान है. सबसे अधिक ट्रिपिंग की समस्या शाम पांच बजे से रात के 12-1 बजे तक रहती है. वहीं रात 12 बजे के बाद फ्यूज कॉल की संख्या भी खूब होती है. वहीं केबल वाले इलाकों में ओवरलोड से केबल फॉल्ट के मामले बहुत बढ़े हैं. एक बार केबल अगर शाम को जला तो फिर उस इलाके में अगले दिन ही केबल बदलने के बाद बिजली चालू हो पाती है. जिले में बिजली आवंटन की स्थिति फिलहाल दिक्कत नहीं है. जिले का कुल लोड 350 मेगावाट को पार कर चुका है, औसत लोड 325 से 335 मेगावाट के आसपास है. लेकिन आपूर्ति सिस्टम दुरुस्त नहीं होने के कारण परेशानी बढ़ी हुई है. यह समस्या तो शहर में है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में स्थिति बहुत खराब है. शहर की तुलना में वहां फॉल्ट की संख्या कम है, लेकिन फॉल्ट होने पर उसे बनाने में काफी अधिक समय लगता है. रात के समय हेल्पलाइन नंबर जल्दी लगता नहीं तो कुछ अभियंता फोन तक नहीं उठाते.
उपभोक्ता यहां करें शिकायत
माड़ीपुर ऑफिस-24 इंटू 7 कॉल सेंटर नंबर- 0621-2210001, 2, 3, 4 तक- 9264456401, 9264456432—————————————————-सर्किल ऑफिस- 9264456400®पूर्वी डिवीजनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है