बियाडा
-बेला औद्योगिक क्षेत्र, जारी किया 32 लाख का टेंडर-काम में सहूलियत और हो सकेगा तापमान नियंत्रित
मुजफ्फरपुर.
गर्मी से तर-बतर अब श्रमिक नहीं होंगे. वजह है 32 लाख खर्च कर बैग क्लस्टर की छत अब बदल दी जायेगी. इसके लिए बियाडा ने टेंडर जारी किया है. इससे काम करने वालों को सहूलियत और कारखाने में तापमान भी नियंत्रित हो सकेगा. बेला औद्योगिक क्षेत्र स्थित बैग क्लस्टर में जल्द ही एक बदलाव देखने को मिलेगा. यहां की पुरानी एस्बेस्ट्स रुफ शीट बदल दी जायेगी. इसकी जगह अब प्रीकोटेड गैल्वेनाइज्ड आयरन प्रोफाइल शीट लगेगी. इसके लिए बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) ने 32 लाख का टेंडर जारी किया है. यह कदम न केवल बैग क्लस्टर की संरचना को मजबूत करेगा, बल्कि कार्यस्थल की सुरक्षा व दीर्घकालिक रखरखाव के दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार एस्बेस्ट्स शीट स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के लिए जानी जाती है, जबकि प्रीकोटेड गैल्वेनाइज्ड आयरन शीट अधिक टिकाऊ, मौसम प्रतिरोधी व पर्यावरण के अनुकूल होती है.कारखाना के अंदर तापमान भी ज्यादा नहीं
बियाडा के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य बैग क्लस्टर में कार्यरत इकाइयों को बेहतर और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है. नयी छत लगने से कारखानों के अंदर का तापमान भी नियंत्रित होने में मदद मिलेगी, जिससे श्रमिकों के लिए काम करने की परिस्थितियां व बेहतर होंगी. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है. इस बदलाव से बेला औद्योगिक क्षेत्र के बैग क्लस्टर में उत्पादन और कार्यक्षमता में वृद्धि होने की संभावना है.बैग क्लस्टर की राष्ट्रीय स्तर पर है पहचान
बेला बैग क्लस्टर, बिहार के औद्योगिक विकास में मॉडल बनकर उभरा है. जिसने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है. यह क्लस्टर सरकार की प्लग एंड प्ले योजना पर आधारित है, जहां निवेशकों को तैयार शेड व बुनियादी ढांचा मिलता है, जिससे उन्हें तुरंत उत्पादन शुरू करने में मदद मिलती है. इसमें “जीविका दीदियों ” (महिला स्वयं सहायता समूह) की भागीदारी अधिक है. क्लस्टर में करीब 50 शेड है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है