मुजफ्फरपुर.
घिरनी पोखर स्थित आर्यसमाज मंदिर में साप्ताहिक अधिवेशन के तहत वैदिक यज्ञ व सत्संग का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान विमल किशोर उप्पल ने की. मुख्य वक्ता प्रो व्यासनंदन शास्त्री ने कहा कि शरीर ही धर्म का साधन है. इसलिये व्यायाम, आसन, प्राणायाम व शुद्ध सात्विक भोजन समय पर करना चाहिये. शारीरिक उन्नति के साथ-साथ आत्मिक शांति के लिए नित्य संध्या उपासना करनी चाहिये. संध्या के प्रथम गायत्री मंत्र की व्याख्या की गयी. गायत्री मंत्र के उपासक को सद्बुद्धि, आयु, स्वास्थ्य, विद्या, पशु कीर्ति, धन, ऐश्वर्य व मोक्ष तक की प्राप्ति होती है. आचार्य कमलेश दिव्यदर्शी ने कहा कि आर्य समाज बाल विवाह का विरोध करता है. संचालन मंत्री मनोज चौधरी ने किया. इस मौके पर रमेश दानापुरी, नंद किशोर ठाकुर, अरुण आर्य, संजीव रंजन, ओमप्रकाश गुप्ता, अनिल मेहता, सुकन्या आर्या मौजूद थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है