जैसा गर्भवती का होगा खान-पान, रहन-सहन, वैसे होंगे बच्चे फोटो- हिसुआ सीएचसी में गर्भवती महिलाओं को जानकारी देती गायत्री परिवार की प्रतिनिधि. प्रतिनिधि, हिसुआ शांतिकुंज हरिद्वार और हिसुआ गायत्री शक्तिपीठ के तत्वावधान में आओ गढ़ें संस्कार पीढ़ी अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को आहार-विहार, रहन-सहन, वातावरण को सही रखने का संदेश दिया गया. हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सभागार में गायत्री शक्ति पीठ की प्रतिनिधि लक्ष्मी बरनवाल ने महिलाओं को जागरूक किया. लगभग दो सौ से अधिक गर्भवती महिलाएं कार्यक्रम में उपस्थित हुईं. लक्ष्मी बरनवाल ने उपस्थित महिलाओं को गर्भ से ही बच्चों में संस्कार गढ़ने के लिए प्रेरित किया. लक्ष्मी बरनवाल ने कहा कि जैसा गर्भवती महिलाओं को आहार-विहार, रहन-सहन और वातावरण होगा वैसे ही बच्चे जन्म लेंगे. बच्चों में संस्कार गर्भ से ही आता है. इसका सबसे बड़ा उदाहण महाभारत है जिसमें अभिमन्यु मां के गर्भ से ही चक्रव्यूह तोड़ना सीख जाता है. उन्होंने कहा कि मां में यदि कुसंस्कार होगा तो बच्चे भी कुसंस्कारी होंगे. मांग गर्भावस्था में जो खायेगी, पीयेगी वही बच्चों में भी प्रकट होगा. उऩ्होंने महिलाओं को एप के माध्यम से पुष्वन संस्कार अपनाने की अपील की. मौके पर संस्कार संदेशों से भरा गायत्री परिवार का बुकलेट भी बांटा गया. संदेश संबोधन के बाद प्रोजेक्टर के माध्यम से महिलाओं को पीढ़ियों से संस्कार गढ़ने की जानकारी दी गयी. गढ़े संस्कार पीढ़ी के तरीकों की पूरी जानकारी दी गयी. सहयोग में गायत्री परिवार की मीरा वर्मा, सरोज कंधवे, पिंकी मिश्रा, सुनीता देवी, रेशमा, बंटी कुमारी आदि लगी हुई थी. मौके पर प्रभारी डॉ शैलेंद्र कुमार, स्वास्थ्य मैनेजर अतुल राजू, बीसीएम, एएऩएम आदि उपस्थित थे.
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