मगही मगध नागरिक संघ के जिला कमेटी की बैठक में हिंदी भाषा के नाम पर हमला करने की निंदा
नवादा कार्यालय.
भाषा लोगों को जोड़ती है न की तोड़ती है. उक्त बातें मगही मगध नागरिक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस कुमार सिंह ने संघ के जिला कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने मुंबई ( महाराष्ट्र) में मराठी भाषा के नाम पर हिंदी भाषियों पर हो रहें हमलों की घोर निंदा करते हुए कहा कोई भी भाषा लोगों को जोड़ती है, न की तोड़ती है. हमलोग सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं, पर हिंदी का विरोध करके नहीं. हिंदी भाषा में वह शक्ति है, जो पूरे देश को एक सूत्र में पिरो सकती है. इसका विरोध कहीं से भी जायज नहीं है. देश का संविधान भी इसकी इजाजत नहीं देता है. अपनी ओछी राजनीति चमकाने के लिए गैर मराठी का अपमान कहीं से जायज नहीं है. वहां की सरकार इस प्रकरण पर जल्द से जल्द संज्ञान ले. जिलाध्यक्ष गौतम कुमार सरगम की अध्यक्षता में बुधौल में हुए बैठक में संघ के गतिविधियों पर चर्चा की गयी. बैठक में सदस्यों ने कहा कि संघ लगातार मगही भाषा के विकास के लिए काम कर रही है. इसे हमलोगों को और मजबूत करना है. सचिव नितीश कपुर ने स्कूल में जा कर शिक्षकों से मगही भाषा के विकास में सहयोग करने पर बल दिया. मौके पर हिंदी, मगही के राष्ट्रीय स्तर के कवि ओंकार कश्यप ने जनगणना में भाषा के कॉलम में मगही लिखाने के लिए ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में शिक्षकों से सपर्क कर उनसे सहयोग लेने का सुझाव दिये. उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने संघ के कार्यो की प्रशंसा करते हुये ज्यादा से ज्यादा आपस में मगही भाषा का प्रयोग करने पर बल दिया. मौके पर उत्पल भारद्वाज, नितेश कपूर और गौतम सरगम ने अपनी कविताओं से उपस्थित सदस्यों को खूब झुमाया. बैठक में सर्वसम्मति से 24 अगस्त को नवादा में हिंदी और मगही के जाने माने साहित्यकार घमंडी राम की पुण्यतिथि मनाने का प्रस्ताव लिया गया. मौके पर अखिलेश प्रसाद, निरंजन प्रसाद, निशांत चौरसिया, जितेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है