चार दिनों की प्रतीक्षा के बाद एंबुलेंस से पहुंचा शव, मचा चीत्कार कैप्शन– गमगीन माहौल में रोते-बिलखते परिजन. प्रतिनिधि, पकरीबरावां तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पटानचेरू स्थित सिगाची केमिकल फैक्ट्री में 30 जून को हुए विस्फोट में मारे गये नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के तनपुरा गांव निवासी राजू कुमार (30 वर्ष) का शव शुक्रवार को गांव पहुंचा. शव के पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. चार दिनों की लंबी प्रतीक्षा के बाद जैसे ही एंबुलेंस शव लेकर गांव पहुंची, तो मातमी सन्नाटा पसर गया. हर कोई राजू का अंतिम दर्शन करने उमड़ पड़ा. शव जैसे ही एम्बुलेंस से नीचे उतारा गया, परिजनों का विलाप फूट पड़ा. मां, पत्नी, बहन और पिता की चीत्कार सुनकर गांव की फिजा गमगीन हो गई. मृतक की पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही थी. वहीं पिता इंद्रदेव साव बेटे का नाम लेकर बार-बार पुकारते रहे. मां का करुण क्रंदन सुन आसपास की महिलाएं भी रो पड़ीं. ग्रामीणों ने बताया कि राजू कुमार पिछले कई महीनों से तेलंगाना में मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहा था. उसकी मेहनत से ही घर की रोटी चल रही थी। वह परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था. घर में बूढ़े मां-बाप, पत्नी और छोटा भाई है. अब उसके असमय निधन से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. गांव के लोग सुबह से ही सड़क किनारे खड़े होकर एम्बुलेंस का इंतजार कर रहे थे. शव के पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गए. हर कोई स्तब्ध था कि एक मजदूर की मौत ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया. उकौड़ा सरपंच देवनन्दन शर्मा सहित स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाये. राजू की अंतिम विदाई में गांव वालों की आंखें नम थीं. लोग कह रहे थे जो बाहर पेट पालने गया था, अब लाश बनकर लौटा.
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